भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ताओं पर आदिवासी लड़कियों के साथ अत्याचार करने और उन्हें उठा ले जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस के कार्यकर्ता गांव में आते हैं और लड़कियों को उठाकर ले जाने की बात करते हैं। लेकिन हम सब इससे बेखबर हैं।
भूरिया ने आदिवासी विकास परिषद और अनुसूचित जनजाति विभाग के पदाधिकारियों की बैठक में यह बयान दिया। यह बैठक प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित 47 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को मजबूत करने के लिए बुलाई गई थी।
भूरिया ने बैठक में आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमले किए। उन्होंने कहा कि आरएसस के कार्यकर्ता गांवों में आते हैं, वहां भोजन के बहाने घर में घुसते हैं और लड़कियों पर नजर रखते हैं।
वे उन पर अत्याचार करते हैं। इतना ही नहीं भाजपा के दबाव में पुलिस शिकायत भी दर्ज नहीं करती। उन्होंने आकड़ा देते हुए बताया कि राज्य से गायब हुईं 12 हजार लड़कियों में से आठ हजार आदिवासी लड़कियां हैं।
भूरिया भी जाते हैं घरों में
कांतिलाल भूरिया के जवाब में आरएसएस के आनुषांगिक संगठन वनवासी कल्याण परिषद के संगंठन मंत्री प्रवीण डोलके ने भूरिया पर ही संदेह जताया। उन्होंने कहा कि भूरिया और उनके कार्यकर्ता भी कई परिवारों में जाते हैं।उन्होंने (कांतिलाल भूरिया) किस घटना के संदर्भ में यह बात कही है इसकी जानकारी के बाद ही कुछ कहना संभव होगा।
अचानक कमरे में आ जाते हैं पुरुष अधिकारी
बैठक में रायसेन समेत अन्य जिलों की करीब डेढ़ दर्जन छात्राएं भी पहुंची थीं। कांतिलाल भूरिया से चर्चा के बाद छात्राओं ने भी अपनी बात कही। एक छात्रा ने आरोप लगाया कि पोस्ट मैट्रिक छात्रावास की अधीक्षिका उनसे ठीक से बात नहीं करतीं और अपशब्द कहती हैं। इतना ही नहीं पुरुष अधिकारी भी अचानक कमरे में आकर छानबीन करने लगते हैं।