भोपाल। अनुमान और अंदाजा जो चाहे लगाएं, चाहें तो आरोप में सब्सिडी खत्म होने का जादू कहें या समर्थन में चुनाव की तैयारियों के खर्चे असलियत क्या है यह तो रसोइया ही बता पाएगा, परंतु इंडेन बताती है कि दिग्गी के दिल्ली वाले बंगले पर रसोई गैस का खर्चा असामान्य गति से बढ़ रहा है।
प्रत्येक रसोई गैस कनेक्शन पर नौ रियायती सिलेंडर देने की सीमा तय होने के बावजूद इनके यहां एलपीजी की खपत कम नहीं हो रही है। चाय-नाश्ते के प्रबंध में जुटे इनके रसोईए सब्सिडाइज और गैर सब्सिडाइज एलपीजी का भेद मिटाकर घरेलू गैस का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं।
इंडियन ऑयल के ट्रांसपेरेंसी पोर्टल के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष में जिन मंत्रियों के यहां साल भर में दो दर्जन या इससे अधिक रसोई गैस खपत हुई है। उनके यहां पिछले चार महीनों में ही नौ से अधिक सिलेंडर जा चुके हैं।
कुछ तो ऐसे हैं जिनके यहां पिछले साल की तुलना में अधिक तेजी से रसोई गैस की खपत हो रही है।
इनमें परनीत कौर, शाहनवाज हुसैन, विजय बहुगुणा, मायावती, मुलायम सिंह यादव, आरपीएन सिंह और दिग्विजय सिंह जैसे नाम शामिल हैं।
हालांकि तेल कंपनियों ने सभी नेताओं के यहां से मल्टीपल रसोई गैस कनेक्शन हटा दिया है लेकिन अब एक ही कनेक्शन पर उनके यहां अधिक से अधिक संख्या में रसोई गैस पहुंच रहे हैं। नेताओं के यहां आतिथ्य सत्कार में जुटे रसोईए कहते हैं कि आने वाले दिनों में रसोई गैस की खपत और भी बढ़ेगी। दरअसल चुनावी तैयारी में लोगों के आने-जाने का सिलसिला भी बढ़ रहा है।
इस कारण चाय-नाश्ते का प्रबंध भी काफी बड़ी मात्रा में करना पड़ रहा है। ऐसे में रसोई गैस की खपत बढ़ना लाजिमी है। खास बात यह है कि अब ज्यादातर मंत्रियों के घर में पाइप लाइन गैस कनेक्शन की सुविधा उपलब्ध है।
इसके बावजूद उनके यहां खपत होने वाली घरेलू गैस सिलेंडरों की संख्या सालाना 20 से ज्यादा है। यानी डीलर उन्हें 15 दिन से भी कम समय में रीफिल सिलेंडर उपलब्ध करा रहे हैं।
उपभोक्ता----2012-13----2013-14 (अप्रैल 2013 से अब तक)
शाहनवाज हुसैन----53----16
विजय बहुगुणा----38----14
परनीत कौर----69----11
मायावती----20----11
आरपीएन सिंह----38----11
दिग्विजय सिंह----21----9
मुलायम सिंह यादव----40----7
मोंटेक सिंह आहलूवालिया----28----9
वीरप्पा मोइली----26----6
अंबिका सोनी----19----6
राहुल गांधी----19----5
(एलपीजी सिलेंडरों की संख्या)