मंदसौर(उमेश नेक्स)। ये कुर्सी भी न जाने क्या चीज है अपनों को अपनों से ही लड़वा देती है चुनाव चाहे पंच के हो या सरपंच के, विधानसभा के हो या लोकसभा के, या हो फिर संगठन के हमेशा ही एक दुसरे को आपस में लड़वा देता है और ये भी नही देखते है कि ये अपने ही साथी है...!
ऐसा ही कुछ हुआ कांग्रेस संगठन के चुनाव में रविवार को जब वोटिंग के दोरान फर्जी वोटिंग की बात पर दो गुट आपस में भीड़ गये...? और मजे की बात तो यह रही के ये गुट और किसी के नही बल्कि कल तक गुरु चेले रहे पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा और कांग्रेस कमेठी के प्रदेश सचिव अनिल संचेती डान साहब के गुट थे जो आपस में गुतम गुथा हो गये लाते घूसे चल गये...!
एक समय वो था जब डान साहब दिन भर नाहटा जी के आग पीछे घूमते थे मगर शायद किसी ने सही कहाँ है कि राजनीती का पहला राज ही यही है कि जिस कंधे पर सवार हो कर आगे बढ़ो पहले उसी कंधे को तोड़ दो...! सो यही कुछ इन दिनों कांग्रेस में हो रहा है जो विधानसभा में टिकिट पाने के चक्कर में अब चोराहों पर भी दिखने लगा है...?
हुआ यूं कि रविवार के दिन कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस संगठन का चुनाव चल रहा था इसी बीच फर्जी वोटिंग की बात को ले कर नाहटा समर्थक साजिद मेव, सोमिल नाहटा और सुनील बसेर डान समर्थक माधव पाटीदार और उनके साथी आपस में भीड़ गये और देखते ही देखते खूब लात घूसे चल गये...! डान साहब के समर्थक भी कहाँ कम थे उन्होंने भी अपने डान की आन के लिए नाहटा समर्थको को जम कर सुस्ती उड़ा दी प्रत्यकदर्शियो की माने तो एक नाहटा समर्थक को डान समर्थक ने ऐसा चांटा रसीद किया की उसे दिन में ही तारे नजर आने लगे...?
देख गुरु चेलों के बीच लड़ाई लोगो ने भी खूब मजे लिए रविवार का दिन था बाजार बंद था हल्की हल्की बुन्दाबांदी के बीच लोगो का टाइम पास नही हो रहा था तो लोगो ने यही टाइम पास कर लिया...! कामेडी, एक्शन, और मार धाड़ से भरपूर रहा गुरु चेले के समर्थको का ये ड्रामा लोगो को भी खूब भाया...! और भायेगा भी क्यों नही यह सब देखने का कोई टिकिट भी तो नही लगा...?