राकेश मालवीय/नीमच। प्रदेश भर में अवैधानिक रुप से कियोस्क संचालन करने वाले वाशिंदो पर अब गाज गिरना शुरु हो गई हैं। ऐसे समस्त अधिकृत कियोस्क संचालक जो अवैधानिक रुप से कियोस्क संचालिक कर एक ज्यादा क्षेत्रों में अपनी अधिकृत कियोस्क आईडी का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन पर शिकंजा कसना शुरु हो गया हैं।
पिछले दिनों ऐसा ही एक मामला नीमच के समीपस्थ ग्राम सरवानिया में उजागर हुआ। उपरेडा ग्राम पंचायत का रोजगार सहायक फर्जी तरीके से कुकड़ेश्वर निवासी हरिओम पाटीदार के नाम से अधिकृत कियोस्क को सरवानियां महाराज में संचालित कर रहा था। जिस पर सरवानिया महाराज के अधिकृत कियोस्क संचालक कमलेश कुमार जैन ने आपत्ति करते हुए, इसी जांच करवाई तो पता चला कि कृष्णा कम्प्यूटर एण्ड सायबर कैफे कुकड़ेश्वर नगर की अधिकृत आईडी को संचालित कर रहा हैं।
जांच में कुकड़ेश्वर निवासी हरिओम पाटीदार दोषी पाया गया, जिस कारण 13 जुलाई को उसकी अधिकृत आईडी बंद कर दी गई। इस मामले में पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध हैं, चूंकि 13 जुलाई को उसकी आईडी स्वत: ही बंद हो गई तो यह आरोप सिद्ध होता है कि उसने धोखाधड़ी की। कानून का दुरुपयोग किया है, अब जब चूँकि आरोप सिद्ध हो चुका है तो देखना पुलिस इस मामले में अपनी क्या निष्पक्षता दिखाती हैं।
इनकी प्रतिक्रिया-
इस मामले में श्री कमलेश कुमार जैन कहना है कि 13 जुलाई को अवैध आईडी बंद करवा दी अत: आरोप सिद्ध होता हैं। उक्त कृष्णा कम्प्यूटर सेंटर संचालक पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
कमलेश कुमार जैन, अधिकृत कियोस्क संचालक, सरवानिया महाराज।
हमने कार्यवाही की जिस पर उक्त अवैध रुप से चला रहे कियोस्क को बंद कर दिया गया।
-आरक्षक, थाना जावद।
अनभिज्ञता के कारण कृष्णा कम्प्यूटर एण्ड सायबर कैफे ने फार्म भरना चालू कर दिये थे, जिसकी माफी भी उसने मांगी हैं व उसकी माफी लिखित में भी हैं एवं उसका कथन है कि वह इस प्रकार की गलती भविष्य में नहीं दोहराएगा।
एम.एल.बड़ोदिया
एएसआई थाना जावद