भोपाल। नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि 15 हजार किसानो की आत्महत्या के जिम्मेदार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान अब और कितने किसानों की जान लेंगे। श्री सिंह ने कहा कि किसानों ने नाम पर अवार्ड लेने और सरकार खुद को किसानों का हितैषी बताकर पीठ-थपथपा रही है और हमारे किसान भाई उनकी जमीन जबरन छीने जाने पर आत्महत्या कर रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने बुजबुजा के किसानों को न्याय देने की मांग करते हुए आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजनों को पांच-पांच लाख रूपये मुआवजा देने जो मानव अधिकार आयोग की अनुशंसा उस पर अमल करने की और उनके परिजनों को नौकरी देने की मांग की है।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि कटनी जिले के बुजबुजा में पिछले 3-4 साल से किसान आंदोलित है। कई किसानों ने आत्महत्या कर ली। यहां तक कि उन्होंने चिता बनाकर उस पर लेटकर शिवराज सरकार को चेताया था कि वे जान दे देंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे लेकिन सरकार तब भी नहीं चेंती। कल 22 वर्षीय युवा किसान किंकर पटेल ने आत्महत्या कर ली।
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री से पूछा कि 15 हजार किसानों की आत्महत्या के बाद अब वे कितने और किसानों की जान लेंगे। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी नीतियों के कारण आज पूरे प्रदेश का किसान त्रस्त है, उसकी रोजी-रोटी का आधार जमीन सरकार उद्योगों के नाम पर छीन रही है। उन्हें न तो उस भूमि का उचित मुआवजा मिल रहा है न ही उसकी इच्छा से भूमि ली जा रही है। श्री सिंह ने कहा कि एक ओर युवाओं को रोजगार देने का मुख्यमंत्री ढोंग करते है दूसरी ओर युवा किसान की रोजी-रोटी का आधार उसकी भूमि छीनकर उसे बेरोजगार कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि किसानों के ऊपर शिवराज सरकार की नीतियां कहर बनकर टूट रही है। वे जन आशीर्वाद यात्रा निकालकर अपनी पीठ थपथपा रहे है जबकि प्रदेश के हालात इतने बदतर और किसान, आदिवासी, दलित इतना परेशान है कि वे उन्हें लानत दे रहे है।