भोपाल। नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान से पूछा कि वे बताएं कि उनके मंत्रियों को कितने घोटाले करने की छूट है और मध्यप्रदेश में कितने तक का भ्रष्टाचार करना माफ है।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह सरकार के मंत्री घोटाले दर घोटाले कर रहें हैं और भाजपा बड़े गर्व से कह रही है कि हम घोटालेवाज भ्रष्ट मंत्रियों के पीछे खंड़े हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राजेन्द्र शुक्ला जिन पर पहले से ही रीवा विकास प्राधिकरण घोटाला, बिजली खरीदी घोटाला, खनिज घोटाला, आयकर सुधीर शर्मा से रिश्वत लेने के आरोप के बाद सी. ए. जी. रिपोर्ट में निर्माण कार्यो में उनके परिजंनो द्वारा साढ़े सात करोड़ रूपये के घोटाले के बाद अब मुख्यमंत्री बताएं कि कितने घोटाले करने का लक्ष्य उन्होंने अपने मंत्रियों को दिया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसी तरह नरोत्तम मिश्रा जिनके बारे में एक राष्ट्रीय चैनल ने एक बार फिर यह खुलासा किया है कि आयकर विभाग की रिपोर्ट में 15 करोड़ रूपये आन रिकार्ड रिश्वत लेने का मामला सिद्ध हो चुका है। श्री सिंह ने कहा कि घोटाले दर घोटाले करने वाले मंत्रियों की एक लंबी फेहरिस्त है जिन पर कोई कार्यवाही नहीं हो रहीं है सिर्फ आदिवासी और दलित मंत्रियों को छोड़कर। नेता प्रतिपक्ष मुख्यमंत्री से यह भी पूछा है कि मध्यप्रदेश में कितने रूपये तक का भ्रष्टाचार करने की छूट है। नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि 2 हजार की टिकट लेना भ्रष्टाचार नहीं है।
श्री सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी भाजपा सरकार और उसका संगठन निर्लज्ज होकर भ्रष्टाचारियांे की वकालत पर उतर आये है। जब सत्तारूढ़ पार्टी और सरकार में बैठे लोग ही खुले आम भ्रष्टाचार करेंगे और उन्हें सत्ता और पार्टी प्रमुख का बेशर्मी के साथ संरक्षण मिलेंगा तो फिर निचले स्तर पर भ्रष्टाचार पर किस मुहं से लगाम कसेंगे क्या वे मध्यप्रदेश को स्वर्णिम के बजाएं भ्रष्टाचारी बनना चाहते है।