इंदौर। आईआईएम (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट) इंदौर के डायरेक्टर एन. रविचंद्रन एरोगेंट (घमंडी) हैं। इसी वजह से आईआईएम बोर्ड के तत्कालीन चेयरमैन एलएन झुनझुनवाला ने इस्तीफा दे दिया था। जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में ये बातें कही हैं।
मप्र हाईकोर्ट के निर्देश पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गठित कमेटी ने छह महीने जांच के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि डायरेक्टर ने कुछ मामलों में अपने फैसले थोपे हैं।
फैकल्टी द्वारा मई 2012 में डायरेक्टर पर लगाए गए गाली-गलौज के आरोपों की जांच से कमेटी ने मना कर दिया है। सिर्फ इतना कहा है कि आईआईएम जैसे संस्थान में इस तरह की बातें होना दुखद है। कमेटी ने डायरेक्टर को पीएचडी थीसिस चोरी करने और निर्माण प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार के आरोपों से बरी कर दिया है।