भोपाल। अध्यापक मोर्चा के संरक्षक मनोज मराठे ने एक खुलेखत में मध्यप्रदेश के संविदा शिक्षक एवं अध्यापकों से आग्रह किया है कि यदि उनके यहां डिंडोरी की तरह सीनियर्स के कारण प्रमोशन रुके हुए हैं तो मामला जनसुनवाई में उठाएं एवं हाईपॉवर कमेटी की मांग करें।
भोपालसमाचार.कॉम को भेले एक ईमेल में श्री मनोज मराठे ने इस समस्या से जूझने की रणनीति पर विचार किया है। हम उनका मेल शब्दश: प्रकाशित कर रहे हैं, देखिए क्या कुछ लिखा है श्री मराठे ने:-
प्रिय अध्यापक साथियों
हमारे लोकप्रिय भोपालसमाचार.काम से मिली जानकारी के अनुसार वरिष्ठ अधिकारीयों की गलती के कारण डिंडोरी में पिछले पांच वर्ष से अध्यापकों की सी0आर0 नही लिखने के कारण सहायक अध्यापक बंधुओं का प्रमेाशन लटका हुआ है। यह हरकत उक्त अधिकारी की गैरजिम्मेदाराना होकर अनुशासनहिनता है। जिसका खामीयाजा हमारे अध्यापक बंधुओं को भुगतना पड़ रहा है।
मैं पूरे प्रदेश को अध्यापक बंधुओ से निवेदन करता हुं कि इस तरह जिस बीच स्थान पर अध्यापकों का प्रमोशन सी.आर. या उच्च अधिकारी की लापरवाही से रूका है। वे अध्यापक अपने जिले के संयुक्त मोर्चा के जिला अध्यक्ष के लेटरपेड पर अपने जिले के कलेक्टर महोदय को जनसुनवाई के तहत शिकायत करें और साथ ही अपने प्रमोशन की समस्या हल करने के लिए कलेक्टर महोदय से एक हाईपावर कमेटी बनाने की मांग करें जिसमें सदस्य के रूप में एक अध्यापक बंधु भी हो।
जो तत्काल इस तरह की लापरवाही को दूर कर पीड़ा भोग रहे अध्यापकों को प्रमोशन दिला सकें। साथियो हमें संविलीयन तक इस तरह की समस्याओं से जुझना पडेगा और जब तक संविलियन नही होता इस तरह संघर्ष भी करना पडेगा। जनसूनवाई में निराकरण न होने की दशा में मामले की अपील संभागीय कमीश्नर की जावें फिर देखते कैसे संविलियन नही होता है और देाषी आधिकारीयों को कैसे गलती की सजा नही मिलती है।