भोपाल। बदलती लाइफ स्टाइल और फैशन के मद्देनजर महिलाओं में ब्रेस्ट इंप्लांट की चाहत बढ़ी है, खुद को प्रजेंटेबल बनाने की चाहत में वे प्रोडक्ट्स के साथ ही साथ बॉडी में एक्सपेरिमेंट करने से नहीं कतरा रही हैं। शहर के जाने-माने प्लास्टिक सर्जन एवं आयुर्वेद के डॉक्टर्स की माने तो महिलाओं में ब्रेस्ट इंप्लांट के केस बढ़ रहे हैं। इसका एक कारण यह भी है कि जो सुविधाएं पहले सिर्फ मेट्रो सिटी या विदेशों में ही उपलब्ध थी वो आज उन्हें कम खर्च में उनके शहर में ही मिल रही है।
डॉ. विनय मिश्रा बताते हैं कि ब्यूटी को लेकर लोगों के मन में जो कसमकश आज देखने को मिल रही है वो पहले नहीं थी, ऐसे में इस तरह के उपचार व अप्राकृतिक चीजों की तरफ लोगों की रुचि लगातार बढ़ती जा रही है। महिलाओं में एक आइडियल ब्रेस्ट साइज के क्रम में 32 से 38 तक को माना जा रहा है, लेकिन इसके अलावा भी महिलाएं अपनी हाइट, वेट और बॉडी के अनुसार भी ब्रेस्ट इंप्लांट करवाना पसंद कर रही है।
कोलार स्थित सिध्द संजीवनी आयुर्वेदिक हॉस्पिटल की डॉ. अंजु श्रीधरन बताती हैं कि मार्केट में उपलब्ध अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट्स की बढ़ती लोकप्रियता से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोगों में जागरूकता किस हद तक बढ़ी है। लोग खुद में चेंज चाहते हैं, इस कारण वे नए-नए प्रोडक्ट, टेक्नोलॉजी और सर्जरी को अपनाने में परहेज नहीं कर रहे हैं।
वहीं पॉइजन क्लिनिक के डायरेक्टर डॉ. अभिनीत गुप्ता बताते हैं कि आत्मविश्वास बढ़ाने और खुद को दूसरों के सामने प्रजेंटेबल बनाने के लिए लोग हर संभव प्रयास करने की कोशिश में लग जाते हैं, जबकि इसका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है। यदि आपके मन में खुद को लेकर कोई हीन भावना है तो वह कोई दूसरा व्यक्ति दूर नहीं कर सकता है। ब्रेस्ट इंप्लांट भी इनमें से एक है लेकिन इसको लेकर लोगों के पास कारण अलग-अलग है..
एलोपैथी के साथ ही साथ वे आयुर्वेदिक तरीके भी फॉलो कर रही है, जिससे उनकी बॉडी आकर्षक लगे। जहां कुछ लोग बीमारी की वजह से साइज बिगडऩे के कारण इंप्लांट करवा रहे हैं वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो सिर्फ आकर्षक लगने के लिए सर्जरी का रास्ता अपना रहे हैं।
डॉ. अभिनीत गुप्ता बताते हैं ब्रेस्ट इंप्लांट में वैसे तो खर्चा जरूरत पर निर्भर करता है लेकिन फिर भी एक नॉर्मल इंप्लांट में कम से कम 40 से 60 हजार रुपए का खर्चा आता है।
आयुर्वेदिक डॉक्टर अंजु श्रीधरन ने बताया कि उनके पास भी महीने में कम से कम दो केस ऐसे आते ही जो ब्रेस्ट के बैगी एंड पल्पी होने से परेशान रहते हैं। ऐसे पेशेंट को वे मरिच्यादी एवं कास्सीस तेल को मिलाकर मसाज करने व ब्रेस्ट से जुड़ी कुछ एक्सरसाइज बताती है। बिना किसी सर्जरी एवं दवाइयों के दो से तीन महीने में ही ब्रेस्ट में अंतर नजर आने लगता है। इसका खर्चा भी कम होता है, बॉडी की अच्छी तरह से टोनिंग होने के साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा होता है।

डॉ. अभिनीत गुप्ता के अनुसार यूं तो साइज उम्र व बॉडी के अनुसार ही दिए जाते है, लेकिन कुछ केस में ये पेशेंट खुद ही तय करते हैं कि उन्हें कितना साइज चाहिए। वैसे 32 से 38 तक आइडियल साइज की श्रेणी में आते हैं। इसके अलावा लोग वजन और हाइट के अनुसार भी ब्रेस्ट इंप्लांट करवाते हैं।