भोपाल। राजधानी में बन रहे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में जल्द ही 150 बिस्तरों का अस्पताल शुरू किया जाएगा। इसके लिए अभी से मरीजों को आगे की डेट भी दी जाने लगी है। फिलहाल एम्स में एम्बुलेटरी ओपीडी चल रही है, जिसमें अब तक करीब ढाई हजार मरीजों का इलाज किया जा चुका है।
एम्स प्रबंधन के अनुसार बिल्डिंग की एक विंग तैयार हो चुकी है, यहां मशीनें इंस्टॉल करने का काम बचा है, जो दो से तीन महीने में पूरा हो जाएगा। इसके अलावा अस्पताल के लिए 48 नए डॉक्टरों का चयन भी कर लिया गया है, जो मार्च के अंत तक ज्वाइनिंग दे देंगे। प्रबंधन का कहना है कि आईपीडी शुरू होने के बाद 2014 तक अस्पताल को पूरी तरह से चालू कर दिया जाएगा।
अस्पताल में पिछले एक महीने में 2500 से ज्यादा मरीजों का इलाज किया जा चुका है। गौरतलब है कि एम्स प्रबंधन ने 26 जनवरी 2013 को ओपीडी शुरू की थी। प्रबंधन के अनुसार इस एंबुलेटरी ओपीडी में रोजाना 100 के आसपास मरीज आ रहे हैं। इसमें क्रोनिक पेन, ऐनेस्थीसिया, डेंटल, न्यूरो सर्जरी, कम्युनिटी मेडिसिन और प्लास्टिक सर्जरी सहित अन्य बीमारियों के विशेषज्ञ आठ डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस ओपीडी के लिए दो माइनर ओटी भी तैयार की गई हैं। हालांकि इन ओटी में वे आपरेशन ही किए जा रहे हैं, जिनमें मरीजों को बेहोश करने की जरूरत न हो। गंभीर मरीजों को यहां से रिफर कर दिया जाता है।
अस्पताल में जहां एंबुलेटरी मरीजों का उपचार किया जा रहा है, वहीं मरीजों को आगे की तारीख भी दी जा रही है। अस्पताल के विशेषज्ञों का कहना है कि जून और जुलाई में अस्पताल में आईपीडी शुरू हो जाएगी और मरीजों को भर्ती किया जाने लगेगा। ऐसे में उन मरीजों को जो तीन से चार महीनों तक इंतजार कर सकते हैं, उन्हें आगे की डेट दी जा रही है। इन मरीजों में खासतौर पर प्लास्टिक सर्जरी और नॉर्मल सर्जरी के मरीज शामिल हैं।