भोपाल, 22 दिसंबर 2025: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले से बड़ी खबर आ रही है। यहां सरकारी कर्मचारी धर्मांतरण करवा रहे हैं। यह प्रक्रिया लंबे समय से चल रही है और इनका हौसला इतना अधिक बढ़ गया कि, सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके चर्च का निर्माण भी करवाने लगे। आश्चर्यजनक बात यह है कि कलेक्टर शिवपुरी के संज्ञान में यह मामला आने के बाद भी कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
बदरवास में चर्च के अवैध निर्माण को हटाया गया
शिवपुरी जिले के कलेक्टर कार्यालय पर आज विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि, बदरवास के ग्राम गुडाल (डांग), अगरा और रामपुरी में शासकीय सेवाओं में तैनात कर्मचारी ग्रामीणों का धर्मांतरण करवा रहे हैं। वन विभाग की शासकीय भूमि पर अवैध रूप से चर्च भवन का निर्माण कराया जा रहा था। जिसकी जानकारी मिलने पर 21 दिसंबर को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कड़े विरोध के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। बदरवास पुलिस और वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्य को रुकवाया और अवैध ढांचे को हटाया।
खुलासा होने के बाद भी कलेक्टर ने कार्रवाई नहीं की
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अपनी शिकायत में बताया है कि, वीरेंद्र कुमार तिर्की (शिक्षक), अनीता भगत (शिक्षक), राजपाती बाई (शिक्षक) और सुगंध चन्द पेकरा (पटवारी) धर्मांतरण का काम करवा रहे हैं। इनके द्वारा ही अवैध रूप से चर्च का निर्माण करवाया जा रहा था। यह सारी जानकारी प्रशासन को दिए जाने के बावजूद, प्रशासन ने अवैध निर्माण तो बंद करवा दिया लेकिन कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
विभाग मंत्री नरेश ओझा ने बताया कि गांव में शासकीय कर्मचारियों की भूमिका से सैकड़ों लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया, जिसकी जानकारी किसी को कानोंकान नहीं लगी। उन्होंने बताया कि वन भूमि पर करीब 30 बाई 80 स्क्वेयर फीट क्षेत्र में गुपचुप तरीके से चर्च का निर्माण कराया जा रहा था और इसके लिए फंडिंग भी की गई थी। संगठन ने प्रशासन से इस पूरे नेटवर्क की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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