भोपाल, 27 दिसंबर 2025: मुरैना में ड्रिंक के बाद ड्राइव कर रहे भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने पब्लिक के पांच लोगों को कुचल डाला। इनमें से दो लोगों की मृत्यु की प्राथमिक सूचना मिली है जबकि तीन घायल हैं। पब्लिक में नशे ने धुत्त नेताजी को पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया लेकिन पुलिस ने नेताजी को छोड़ दिया। उल्लेख जरूरी है कि मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर का समर्थक है और उनके सुपुत्र देवेंद्र तोमर (उर्फ रामू भैया) साथ पॉलिटिक्स करता है।
भाजपा युवा मोर्चा के नगर मंडल अध्यक्ष दीपेंद्र भदौरिया
मुरैना जिले के पोरसा में एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया, जहां भाजपा युवा मोर्चा के नगर मंडल अध्यक्ष दीपेंद्र भदौरिया की तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे अलाव ताप रहे पांच लोगों को जोरदार टक्कर मार दी। यह घटना शुक्रवार को पोरसा-जोटई रोड बायपास चौराहे पर हुई, जब ठंड से बचने के लिए लोग घर के बाहर अलाव जला कर बैठे थे। टक्कर इतनी तेज थी कि लोग दूर तक सड़क पर जा गिरे और मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
गुस्साई भीड़ ने दीपेंद्र भदौरिया को पकड़कर पुलिस को सौंपा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार पोरसा से जोटई की ओर जा रही थी। बताया जा रहा है कि आरोपी नेता शराब के नशे में थे और तेज स्पीड के कारण गाड़ी पर कंट्रोल नहीं रख सके। हादसे के बाद गुस्साई भीड़ ने दीपेंद्र भदौरिया को मौके पर ही पकड़ लिया और जमकर पिटाई की। फिर उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि कुछ ही देर बाद आरोपी पुलिस हिरासत से फरार हो गए। यहां बड़ा प्रश्न है कि नशे की हालत में आरोपी पुलिस की हिरासत से बलपूर्वक फरार हो गया या फिर पुलिस ने उसको फरार होने दिया। सरल शब्दों में बोले तो पुलिस ने उसको छोड़ दिया?
पुलिस के विरोध में घायल ने इलाज करवाने से मना कर दिया
इस घटना से लोगों का गुस्सा भड़क उठा। नाराज ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोपी को जानबूझकर भगाने का आरोप लगाते हुए नेशनल हाईवे पर करीब 20 मिनट तक जाम लगा दिया। एक घायल युवक ने तो पुलिस पर मिलीभगत का इल्जाम लगाते हुए इलाज कराने से भी मना कर दिया और कहा कि पहले आरोपी को पकड़ो, तब इलाज करवाऊंगा।
घायलों में एक 11 साल का मासूम बच्चा भी
हादसे में घायल हुए पांच लोगों में तीन एक ही परिवार के हैं, जिनमें 11 साल का मासूम बच्चा भी शामिल है। घायलों के नाम रामदत्त राठौर (65 साल), गिर्राज राठौर (22 साल), कमलेश राठौर (50 साल), अभिषेक तोमर (23 साल) और 11 वर्षीय अन्नू (या अर्णव लक्षकार) हैं। सभी को पहले पोरसा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद दो गंभीर घायलों को मुरैना जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
जब पब्लिक में चक्का जाम कर दिया तो एसडीओपी रवि भदौरिया मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाकर आरोपी की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया, जिसके बाद जाम खुलवाया गया। पुलिस का कहना है कि फरार आरोपी की तलाश जारी है और मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना 26 दिसंबर 2025 को हुई थी और अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन लोगों में अभी भी आक्रोश बना हुआ है।
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