इंदौर, 28 दिसंबर 2025: सरकारी डॉक्यूमेंट हमेशा एक टाइपिस्ट द्वारा टाइप किए जाते हैं। आजकल कंप्यूटर ऑपरेटर करते हैं लेकिन यह सिस्टम हमेशा से है कि डॉक्यूमेंट को पब्लिक करने से पहले वरिष्ठ अधिकारी द्वारा प्रूफ रीडिंग की जाती है। एमपीपीएससी जैसे संस्थान में यह बहुत जरूरी हो जाता है, लेकिन ऐसी संस्थाओं में जब पॉलिटिकल पोस्टिंग होने लगती है, तो प्रतिष्ठा की चिंता ही किसको रहती है। एमपीपीएससी में मक्कारी की हद देखिए। असिस्टेंट प्रोफेसर कंप्यूटर साइंस की परीक्षा में गलत एडमिट कार्ड जारी कर दिए। आयोग के मैनेजमेंट को पता ही नहीं था। जब उम्मीदवारों ने हंगामा किया और मीडिया ने सवाल पूछे तो लिंक हटा दी।
मक्कारी का आलम देखिए: किसी और परीक्षा की नियम शर्ते कॉपी पेस्ट कर दी
दरअसल, जारी किए गए एडमिट कार्ड के निर्देशों में बड़ी गलती थी। इसमें निगेटिव मार्किंग का जिक्र कर दिया गया था – गलत उत्तर पर एक अंक कटेगा और सही उत्तर पर तीन अंक मिलेंगे। जबकि इस परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का कोई प्रावधान नहीं है, और हर सही प्रश्न के चार अंक निर्धारित हैं। यह निर्देश देखकर अभ्यर्थियों में काफी भ्रम और चिंता फैल गई, क्योंकि परीक्षा की तैयारी इसी पैटर्न के आधार पर की जाती है।
परीक्षा 4 जनवरी 2026 को दो सत्रों में होने वाली है, और अब सिर्फ कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में एडमिट कार्ड को लेकर यह अनिश्चितता अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ा रही है। इसके अलावा, परीक्षा केंद्र के रूप में इंदौर का जिक्र होने से भी कुछ उम्मीदवार असमंजस में हैं।
नई समस्या: पुराने एडमिट कार्ड से प्रवेश नहीं मिलेगा
आयोग ने स्पष्ट किया है कि प्रवेश पत्र के बिंदु नंबर-03 में ऋणात्मक मूल्यांकन (negative marking) का उल्लेख गलती से हो गया था। जैसे ही लिंक फिर से उपलब्ध होगा, सभी अभ्यर्थी संशोधित एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। जिन्होंने पहले वाला डाउनलोड कर लिया है, उन्हें भी दोबारा नया वाला लेना होगा। उम्मीद है कि जल्द ही यह समस्या हल हो जाएगी और अभ्यर्थी बिना तनाव के तैयारी जारी रख सकें।
MPPSC परीक्षा की अंतिम समय में डिस्टरबेंस
यह घटना अभ्यर्थियों के लिए निराशाजनक है, क्योंकि परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण मौके पर ऐसी तकनीकी या प्रशासनिक चूक तैयारी पर असर डालती है। आयोग के अध्यक्ष को समझना चाहिए की परीक्षा के अंतिम दिनों में अभ्यर्थी की मानसिक स्थिति क्या होती है। यदि आयोग में इतने नीचे के स्तर तक मक्कारी होने लगी है, इसका सीधा मतलब है कि अध्यक्ष, आयोग के सिस्टम पर कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं। मैनेजमेंट का सिद्ध सिद्धांत है कि यदि ऊपर वाला हमेशा सतर्क होता है तो नीचे सिस्टम दुरुस्त रहता है।
इस विषय पर इस समाचार को लिखने तक कोई नई अपडेट सामने नहीं आई है, लेकिन परीक्षा की तारीख 4 जनवरी 2026 निर्धारित है और एडमिट कार्ड 26 दिसंबर 2025 से उपलब्ध होने की सूचना पहले जारी हो चुकी है। आज रविवार है और शायद मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग इंदौर के अध्यक्ष और कर्मचारी छुट्टी पर है। उम्मीद है कि समय रहते हैं एडमिट कार्ड जारी हो जाएंगे। क्योंकि यदि एमपीपीएससी वाले अपनी मर्जी से ईयर एंड की छुट्टी पर चले गए तो यह मुश्किल बनी रहेगी।
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