भोपाल, 16 दिसंबर 2025: मध्य प्रदेश में बोर्ड परीक्षा 2026 को लेकर शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है। फरवरी 2026 से शुरू होने वाली हाईस्कूल और हायर सेकंडरी की परीक्षाओं में बेहतर रिजल्ट लाने के लिए लोक शिक्षण संचालनालय ने एक महत्वपूर्ण परिपत्र जारी किया है। भोपाल से संचालक के.के. द्विवेदी की ओर से सभी संभागीय संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी और स्कूल प्राचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि पिछले सालों के कम परिणाम वाले स्कूलों पर स्पेशल फोकस करें।
सबसे बड़ी प्रॉब्लम: या तो शिक्षक नहीं है और जो है वह क्लास नहीं लेते
दरअसल, 2025 में कक्षा 10 का ओवरऑल रिजल्ट अच्छा रहा, पास प्रतिशत 76.22% तक पहुंचा, जो पिछले साल से काफी बेहतर है। लेकिन कुछ स्कूलों का परिणाम राज्य औसत से कम रहा। राज्य स्तर पर एनालिसिस किया गया तो पता चला कि कई स्कूलों में पर्याप्त टीचर्स होने के बावजूद रिजल्ट कमजोर रहा। कई स्कूलों में राज्य से भेजे जा रहे शैक्षणिक मैटेरियल का सही उपयोग नहीं हो रहा और स्कूल लेवल पर खुद की कोई सॉलिड वर्क प्लान नहीं बनाया जा रहा है।
जिला स्तर पर समीक्षा बैठक का एजेंडा
अब 2026 के बोर्ड एग्जाम में रिजल्ट इंप्रूवमेंट के लिए सख्त डायरेक्शन दिए गए हैं। सभी संभागीय संयुक्त संचालकों को कहा गया है कि 18 से 23 दिसंबर 2025 के बीच अपने संभाग में जिलावार एक दिवसीय रिव्यू मीटिंग आयोजित करें। ये मीटिंग जिला मुख्यालय पर होगी और इसमें मुख्य पॉइंट्स पर डिस्कशन होगा:-
- अर्द्धवार्षिक परीक्षा के रिजल्ट पर स्कूलों ने क्या एक्शन लिया,
- पिछले साल कम रिजल्ट वाले स्कूलों ने इस बार क्या प्लान बनाया,
- और सबसे महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम की कंपलीशन स्थिति क्या है।
साथ ही, हर संभागीय संयुक्त संचालक को मीटिंग का पूरा प्रोग्राम तैयार करके impsacbhopal@gmail.com पर मेल करना होगा, ताकि राज्य स्तर से भी ऑफिसर्स इसमें शामिल हो सकें और मॉनिटरिंग हो सके। ये कदम इसलिए जरूरी है क्योंकि बोर्ड परीक्षा 2026 फरवरी में शुरू हो रही है:-
- कक्षा 12 की थ्योरी एग्जाम 7 फरवरी से और कक्षा 10 की 11 फरवरी से।
- प्रैक्टिकल्स भी फरवरी-मार्च में होंगे।
ऐसे में अभी से तैयारी मजबूत कर ली जाए तो स्टूडेंट्स का रिजल्ट और बेहतर हो सकता है।
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