भोपाल, 16 दिसंबर 2025: भारतीय प्रशासनिक सेवा की वरिष्ठ अधिकारी श्री संतोष वर्मा का एक और नया विवादित वीडियो सामने आया है। इसमें वह बोल रहे हैं कि हमारी लड़ाई विचारधारा से है। इसके अलावा श्री वर्मा अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों से जकात की अपील कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कहा था कि मेरे पास भर ही कितना भी पैसा हो जाए लेकिन मैं तब तक आरक्षण का लाभ लेना नहीं छोडूंगा जब तक की कोई ब्राह्मण मेरे बेटे से संबंध बनाने के लिए अपनी बेटी को नहीं देगा।
हमारी लड़ाई ideology से है, जिसे खत्म करना होगा
संतोष वर्मा का एक और video social media पर viral हो रहा है, जो 23 नवंबर के उनके speech से जुड़ा है। इसमें वो कहते दिख रहे हैं कि उनकी लड़ाई किसी caste या religion से नहीं, बल्कि एक ideology से है। video में वर्मा ईद की नमाज और zakat की तारीफ करते नजर आते हैं, कहते हैं कि zakat में व्यक्ति अपनी मर्जी से contribution देता है। उन्होंने appeal की कि लोग zakat की तरह अपनी income का 15 percent society के लिए donate करें। साथ ही दलित officers से भीख न मांगने और self-respect के साथ आगे बढ़ने की बात कही।
उधर, वर्मा के controversial statements के बाद Brahmin और upper caste समाज का विरोध और तेज हो गया है। 14 दिसंबर को भोपाल में बड़े protest के बाद अब वर्मा के supporters भी एकजुट हो रहे हैं और government को challenge देने के लिए major movement की तैयारी कर रहे हैं।
गौर करने वाली बात ये है कि 23 नवंबर के speech में ही संतोष कुमार वर्मा ने Brahmin समाज की बेटियों के लिए objectionable comment किया था, साथ ही judiciary को target करते हुए कहा कि high court की वजह से SC-ST category के लोग civil judge नहीं बन पा रहे।
संतोष वर्मा आरक्षण में creamy layer के खिलाफ है: सुधीर नायक
मंत्रालय अधिकारी-कर्मचारी सेवा संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक के मुताबिक, वर्मा के supporters का claim है कि वो social harmony की बात कर रहे थे, और वर्मा ने clarification में भी यही कहा। लेकिन सच ये है कि वो creamy layer पर बोल रहे थे, argument दे रहे थे कि creamy layer लागू न हो। उनका कहना था कि जब तक Brahmin अपनी बेटी हमारे लड़के को न दे दे, तब तक creamy layer न माना जाए। नायक ने इसे cleverly divert करने की strategy बताया।
ये पूरा controversy अब और गहरा गया है, जहां एक तरफ reservation और creamy layer की debate है, तो दूसरी तरफ caste-based tensions बढ़ रही हैं। समाज में emotions high हैं, और दोनों sides अपने stand पर अड़े हुए हैं।
इस विषय पर latest updates:
विवाद बढ़ने के बाद Madhya Pradesh government ने IAS संतोष कुमार वर्मा को show-cause notice जारी किया, फिर agriculture department से हटाकर GAD में attach कर दिया। दिसंबर में state government ने center को उनकी dismissal की recommendation भेजी, जिसमें controversial remarks के अलावा past में forged documents से IAS promotion लेने का allegation भी शामिल है।
Brahmin organizations ने बड़े protests किए, CM house घेराव की धमकी दी, लेकिन government action के बाद कुछ agitations temporarily रोकी गईं। एक और video viral हुआ जिसमें वर्मा judiciary पर SC-ST candidates को judge बनने से रोकने का आरोप लगाते दिखे। फिलहाल case center के पास pending है, और social media पर debate जारी है।
— Bhopal Samachar (@BhopalSamachar) December 16, 2025
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