भोपाल, 17 दिसंबर 2025: आज सुबह से हाई वोल्टेज ड्रामा चला। नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने ED की चार्जशीट पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया, जिसे कांग्रेस ने सत्य की जीत बताया। इसी खुशी और BJP पर हमले के लिए प्रदेश कांग्रेस ने BJP कार्यालय का घेराव करने का ऐलान किया। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता सड़क पर उतरे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी और आगे बढ़ने नहीं दिया।
तेज प्रेशर से कई कांग्रेसी सड़क पर गिर पड़े
कार्यकर्ता बैरिकेड्स पर चढ़ने लगे तो पुलिस ने वॉटर कैनन चला दिया। तेज प्रेशर से कई कांग्रेसी सड़क पर गिर पड़े, कुछ को चोटें भी आईं। मौके पर जीतू पटवारी और पुलिस के बीच तीखी बहस हुई। फिर धक्का-मुक्की शुरू हो गई और पुलिस ने कार्यकर्ताओं को बसों में भरकर ले गई। लेकिन पटवारी के इशारे पर कार्यकर्ताओं ने पुलिस बस का भी घेराव कर दिया। प्रदर्शन में महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रीना बोरासी, भोपाल शहर अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना, ग्रामीण अध्यक्ष अनोखी पटेल, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, रविंद्र साहू समेत बड़ी संख्या में महिलाएं और कार्यकर्ता शामिल थे।
जानबूझकर ड्रामा रचा ताकि हालात बिगड़ें और अराजकता फैले
BJP ने पलटवार किया। प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि जीतू पटवारी ने बस में बैठकर ही कार्यकर्ताओं को हाथ से धक्के देकर बस के आगे खड़े होने का इशारा किया। जानबूझकर ड्रामा रचा गया ताकि हालात बिगड़ें और अराजकता फैले। अग्रवाल ने सवाल उठाया कि अपने कार्यकर्ताओं को टकराव में झोंकने वाला नेता जनता की सुरक्षा कैसे संभाल सकता है? कांग्रेस की राजनीति अब संघर्ष नहीं, अराजकता बन गई है।
ED की चार्जशीट का कोई आधार ही नहीं था
अब बात कोर्ट के फैसले की। राउज एवेन्यू कोर्ट ने साफ कहा कि ED की चार्जशीट किसी FIR पर आधारित नहीं है, बल्कि प्राइवेट कम्प्लेंट पर बनी है। PMLA के तहत मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप तभी लग सकते हैं जब शेड्यूल ऑफेंस की वैध FIR हो। कोर्ट ने ED की दलीलें खारिज करते हुए कहा कि प्रक्रिया कानून के खिलाफ है। इस फैसले से सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य आरोपियों को बड़ी राहत मिली।
सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत पर कार्रवाई हुई थी
नेशनल हेराल्ड मामला 2012 से चल रहा है। BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने शिकायत की थी कि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) के 90 करोड़ के लोन को यंग इंडियन कंपनी को ट्रांसफर कर गांधी परिवार ने संपत्तियों पर कब्जा किया। ED ने इसे मनी लॉन्ड्रिंग बताया, लेकिन कोर्ट ने तकनीकी आधार पर चार्जशीट खारिज कर दी। हालांकि ED जांच जारी रख सकता है और अपील भी कर सकता है।
भोपाल शहर में खूब हंगामा मचाया
कांग्रेस ने इसे राजनीतिक बदले की हार बताया, तो BJP कह रही है कि जांच अभी खत्म नहीं हुई। भोपाल का प्रदर्शन देखकर लगता है कि ये सियासी जंग अब और तेज होने वाली है। कार्यकर्ताओं का जोश और पुलिस का एक्शन, दोनों ने मिलकर आज शहर में खूब हंगामा मचाया। उम्मीद है शांति बनी रहे और लोकतंत्र की लड़ाई सड़क से सदन तक पहुंचे।
