भोपाल। मध्य प्रदेश की प्रगति की नई कहानी को आकाश में उतारते हुए राज्य सरकार ने 31 अक्टूबर को एक शानदार ड्रोन शो का आयोजन किया। मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के इस खास मौके पर लाल परेड ग्राउंड में 2000 ड्रोनों ने आसमान को जगमगाया, और “अभ्युदय मध्यप्रदेश” के कॉन्सेप्ट को जीवंत रूप दिया। यह 15 मिनट का प्रदर्शन न सिर्फ परंपरा और नवाचार का संगम था, बल्कि प्रदेश के भविष्य की दिशा को भी दर्शाता रहा।
ड्रोन शो की थीम: विरासत से विकास की ओर
शाम सात बजे शुरू हुए इस शो की थीम “विरासत से विकास की ओर” पर आधारित थी, जिसे कॉन्सेप्ट कम्युनिकेशन्स लिमिटेड ने डिजाइन किया। सेंट्रल इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट अर्पित गोयल के कुशल मार्गदर्शन में चले इस कार्यक्रम ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। 3D फॉर्मेशन्स के जरिए शो ने मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर से लेकर आधुनिक प्रगति तक की यात्रा को स्क्रीन पर उतारा। पहले दृश्य में भारत का मानचित्र उभरा, उसके बाद प्रदेश के जिलों का खूबसूरत चित्रण। फिर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की आकृतियां नजर आईं, जो सूर्योदय के साथ “अभ्युदय मध्यप्रदेश 2047” का संदेश दे रही थीं।
शो में महाकाल मंदिर और शिवलिंग की आरती ने आध्यात्मिक स्पर्श जोड़ा, तो लोक कलाओं और मांडनाओं ने सांस्कृतिक रंग भरे। एक पल में छलांग लगाता बाघ प्रदेश की वन्य संपदा को दर्शा रहा था, तो अगले ही क्षण खेतों और कृषि दृश्यों ने किसानों की मेहनत को सलाम किया। उद्योगों और एमपी इन्वेस्टर्स समिट के लोगो ने आर्थिक उड़ान दिखाई, जबकि हाइवे, मेट्रो और हवाई जहाजों ने इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती का प्रतीक बनाया। “जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान-जय अनुसंधान” का उद्घोष वेधशालाओं के साथ गूंजा, और अलौकिक सिंहस्थ 2028 की झलक ने भविष्य के उत्सव की कल्पना जगाई। अंत में फाइनल फॉर्मेशन ने सबको तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
यह शो महज एक मनोरंजन नहीं, बल्कि “अभ्युदय मध्यप्रदेश” के रोडमैप का प्रतीक था। यह विजन राज्य को 2047 तक ले जाने का ब्लूप्रिंट है, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, महिला सशक्तिकरण और हरित विकास पर खास जोर दिया गया है। आयोजन स्थल पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बीच ड्रोन शो की झलकियां पूरे प्रदेश में लाइव स्ट्रीम हुईं, जिससे लाखों लोगों ने इसे महसूस किया। तकनीक और परंपरा का यह अनोखा मेल निश्चित रूप से मध्य प्रदेश की नई पहचान बनेगा, और आने वाले दिनों में प्रेरणा का स्रोत साबित होगा।
