सेंट्रल न्यूज़ रूम, 29 नवंबर 2025: सोने ने 2025 में निवेशकों को असाधारण रिटर्न दिया है, लेकिन हाल ही में कीमतों में आई गिरावट ने बाजार में एक अनिश्चितता का माहौल बना दिया है। इसने एक महत्वपूर्ण सवाल खड़ा किया है: 2026 में सोने से क्या उम्मीद की जानी चाहिए? आपकी सुविधा के लिए हमने अमेरिका के एक्सपर्ट्स की गणनाओं और पूर्वानुमान के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की है। यह रिपोर्ट अमेरिकी विशेषज्ञों के विश्लेषण की गहराई में जाकर भविष्य के दृष्टिकोण को समझने में आपकी मदद करेगी।
2025 में 60% रिटर्न लेकिन 2021 वर्ष में -3.5% दिया था
हाल के महीनों में, सोने की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया है। यह लगभग $4,400 प्रति औंस के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुँच गया था, जिसके बाद यह $4,000 से नीचे गिर गया। हालाँकि, वहाँ से इसने लगभग 6% की रिकवरी भी की है।
सोने के पिछले कुछ वर्षों के प्रभावशाली रिटर्न को देखें तो निवेशकों का सवाल जायज लगता है:
2025 का रिटर्न (अब तक): 60.1%
2024: 27.2%
2023: 13.1%
2022: -0.23%
2021: -3.5%
2020: 24.4%
सोने के भविष्य को समझने के लिए, हमें सबसे पहले दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, यानी अमेरिकी अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति को देखना होगा, जो सोने की कीमतों को सीधे तौर पर प्रभावित करती है।
2. अमेरिकी अर्थव्यवस्था की तस्वीर: क्या सोने की चमक बढ़ सकती है?
वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों को तय करने में अमेरिकी अर्थव्यवस्था की रणनीतिक भूमिका होती है। अमेरिका में कुछ आर्थिक चुनौतियाँ, जैसे कमजोर होता जॉब मार्केट और बढ़ती महंगाई, अक्सर सोने को एक अधिक आकर्षक निवेश बना देती हैं। वर्तमान में अमेरिकी अर्थव्यवस्था कई मोर्चों पर चुनौतियों का सामना कर रही है, जो सोने के लिए एक सकारात्मक माहौल बना रही हैं:
धीमी होती नौकरियों की रफ्तार: पिछले तीन महीनों में केवल 10,000 नई नौकरियाँ पैदा हुई हैं, जबकि इस साल की शुरुआत में यह आँकड़ा प्रति माह 100,000 से अधिक था।
बढ़ती छँटनी (Layoffs): अक्टूबर में पिछले साल की तुलना में छँटनी में 175% की भारी वृद्धि हुई। इस साल अब तक कंपनियों ने 1,099,500 नौकरियों में कटौती की घोषणा की है, जो पिछले साल की इसी अवधि से 65% अधिक है।
बेरोजगारी दर: बेरोजगारी दर बढ़कर 4.4% हो गई है, जो 2023 में 3.4% के निचले स्तर पर थी।
भविष्य का अनुमान: Resume.org के एक अध्ययन के अनुसार, 2025 में 40% कंपनियों ने कर्मचारियों की छंटनी की, और 60% कंपनियाँ 2026 में भी ऐसा करने की योजना बना रही हैं।
अमेरिका का Federal Reserve दोहरी मुश्किल में फँसा है
इन आर्थिक चुनौतियों के बीच, अमेरिका का केंद्रीय बैंक, Federal Reserve, दोहरी मुश्किल में फँसा हुआ है। उसका मुख्य काम बेरोजगारी और महंगाई दोनों को कम रखना है। राष्ट्रपति ट्रम्प की टैरिफ नीति के कारण महंगाई (Consumer Price Index) 2.3% से बढ़कर 3% हो गई है। इस स्थिति से निपटने और जॉब मार्केट को सहारा देने के लिए, Federal Reserve ने सितंबर और अक्टूबर में दो बार ब्याज दरों में चौथाई प्रतिशत की कटौती की है। दिसंबर में एक और कटौती की संभावना 87% है।
अमेरिका का बढ़ता राष्ट्रीय कर्ज
इसके अलावा, अमेरिका का बढ़ता राष्ट्रीय कर्ज भी एक बड़ी चिंता है। यह अब $38.3 ट्रिलियन तक पहुँच गया है, जो एक साल पहले $36 ट्रिलियन था। इस वजह से अमेरिकी डॉलर और ट्रेजरी यील्ड्स (सरकारी बॉन्ड पर मिलने वाला रिटर्न) पर दबाव बढ़ा है। 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड जनवरी की शुरुआत में 4.77% के स्तर से गिरकर 4.03% पर आ गई है और U.S. Dollar Index भी 109 के स्तर से गिरकर 99.5 पर आ गया है, जो लगभग 9% की एक महत्वपूर्ण गिरावट है।
अमेरिका की प्रॉब्लम्स का गोल्ड पर असर
यह समझना महत्वपूर्ण है कि सोने का डॉलर और ट्रेजरी यील्ड्स के साथ उल्टा संबंध होता है। जब डॉलर कमजोर होता है और यील्ड्स कम होती हैं, तो निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए सोने की ओर आकर्षित होते हैं, जिससे इसकी कीमतें बढ़ती हैं। यही आर्थिक स्थितियाँ सोने के भविष्य पर विशेषज्ञों के पूर्वानुमान का आधार बनती हैं।
3. अमेरिकी विशेषज्ञ क्या कहते हैं: गोल्डमैन सैक्स का विश्लेषण
अब उस सवाल पर आते हैं कि अमेरिकी विशेषज्ञ 2026 के लिए क्या भविष्यवाणी कर रहे हैं। अमेरिका के सबसे बड़े निवेश बैंकों में से एक, गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs), सोने को लेकर काफी सकारात्मक है।
गोल्डमैन सैक्स के ग्लोबल कमोडिटीज रिसर्च के सह-प्रमुख, डैन स्ट्रुवेन (Daan Struyven) के अनुसार, उनका बैंक 2026 के अंत तक सोने के लिए एक बड़ा लक्ष्य देख रहा है:
- कीमत का लक्ष्य: $4,900 प्रति ट्रॉय औंस
- अनुमानित रिटर्न: यह वर्तमान स्तर से लगभग 20% की अतिरिक्त वृद्धि को दर्शाता है।
इस आशावादी पूर्वानुमान के पीछे दो मुख्य कारण हैं:
1. Federal Reserve द्वारा ब्याज दरों में कटौती:
यह पूर्वानुमान सीधे तौर पर अमेरिकी अर्थव्यवस्था में देखी जा रही कमजोरियों पर आधारित है, जैसे कि धीमी होती नौकरियों की रफ्तार, जिसके कारण Federal Reserve को ब्याज दरें घटाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। गोल्डमैन सैक्स के अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में 75 बेसिस पॉइंट्स (0.75%) की और कटौती करेगा।
2. केंद्रीय बैंकों द्वारा भारी खरीद:
बढ़ते अमेरिकी कर्ज और डॉलर में गिरावट जैसी अनिश्चितताओं के बीच, दुनिया भर के केंद्रीय बैंक अपनी संपत्ति को सुरक्षित रखने के लिए सोने की ओर रुख कर रहे हैं। गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि केंद्रीय बैंक हर महीने औसतन 80 मीट्रिक टन सोना खरीदेंगे। 2022 में रूस के भंडार को फ्रीज करना अन्य देशों के लिए एक "बड़ा वेक-अप कॉल" था। इसके बाद से, केंद्रीय बैंकों ने हर साल 1,000 टन से अधिक सोना खरीदा है, जो पिछले दशक के औसत से लगभग दोगुना है। इसे एक "कई वर्षों तक चलने वाला ट्रेंड" माना जा रहा है।
स्ट्रुवेन का यह भी मानना है कि सोने की कीमतों में 20% से भी अधिक की तेजी आ सकती है। उनका तर्क है कि सोने का बाजार अपेक्षाकृत छोटा है। यदि निजी निवेशक अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए बॉन्ड जैसे बाजारों से थोड़ा सा भी पैसा निकालकर सोने में लगाते हैं, तो यह सोने की कीमतों में एक बड़ी उछाल ला सकता है। उदाहरण के लिए, गोल्ड सेक्टर ETFs का कुल मूल्य अमेरिकी ट्रेजरी बाजार के मूल्य से लगभग 70 गुना छोटा है। इसका मतलब है कि बॉन्ड बाजार से निकला एक छोटा सा हिस्सा भी सोने की कीमतों को बहुत ऊपर ले जा सकता है।
इस विशेषज्ञ राय को ध्यान में रखते हुए, अब हम अंतिम प्रश्न का समाधान कर सकते हैं कि क्या खरीदना, बेचना या होल्ड करना सही रहेगा।
4. निष्कर्ष: 2026 के लिए मुख्य बातें
निवेश का निर्णय हमेशा व्यक्तिगत होता है, लेकिन यह विश्लेषण उन प्रमुख कारकों पर प्रकाश डालता है जो 2026 में सोने की दिशा तय कर सकते हैं। यहाँ इस रिपोर्ट की सबसे महत्वपूर्ण बातें हैं:
खरीदने या होल्ड करने के पक्ष में तर्क: गोल्डमैन सैक्स जैसे प्रमुख अमेरिकी विशेषज्ञ 2026 के अंत तक सोने की कीमतों में लगभग 20% की वृद्धि के साथ $4,900 तक पहुंचने का अनुमान लगा रहे हैं। इसका मुख्य कारण ब्याज दरों में अपेक्षित कटौती और दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा की जा रही भारी और लगातार खरीद है।
अनुकूल आर्थिक माहौल: अमेरिका का कमजोर होता जॉब मार्केट, बढ़ता राष्ट्रीय कर्ज, गिरता डॉलर और घटती ट्रेजरी यील्ड्स, ये सभी मिलकर सोने के लिए एक सुरक्षित निवेश के रूप में एक मजबूत माहौल बना रहे हैं।
सावधानी का एक पहलू: निवेशकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि सोने ने 2025 में पहले ही 60.1% का भारी रिटर्न दे दिया है। यह सोचना महत्वपूर्ण है कि क्या यह रैली जारी रह सकती है या इतने बड़े लाभ के बाद मुनाफावसूली करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
X-Factor" (अतिरिक्त उछाल की संभावना): यदि निजी निवेशक विविधता के लिए सोने में थोड़ा भी निवेश बढ़ाते हैं, तो कीमतें विशेषज्ञों के पूर्वानुमान से भी कहीं अधिक बढ़ सकती हैं।
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