भोपाल, 11 नवंबर 2025: दिल्ली के इंडिया गेट मेट्रो स्टेशन के पास 10 नवंबर को i20 कार के माध्यम से ब्लास्ट किया गया। इस हमले का भोपाल से सीधा कनेक्शन मिलता है। 18 अक्टूबर 2025 को दिल्ली पुलिस ने भोपाल के अदनान खान को गिरफ्तार किया था। उसी दिन पता चल गया था कि आतंकवादी दिल्ली में हमला करना चाहते हैं।
मुस्लिम समाज के हाई क्वालिफाइड युवाओं को टारगेट किया जा रहा है
यह मामला एक नई स्थिति का विवरण पेश करता है। भोपाल का अदनान खान अपने स्कूल का टॉपर था। दसवीं में 88% और 12वीं में 95% अंक प्राप्त किए थे। पिता अकाउंटेंट थे और बेटे को चार्टर्ड अकाउंटेंट बनाना चाहते थे। बेटा भी अपने पिता की इच्छा के अनुसार चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढ़ाई कर रहा था लेकिन लखनऊ से संचालित होने वाले एक व्हाट्सएप ग्रुप ने उसकी जिंदगी बदल दी। परिवार को पता ही नहीं चला कब वह अदनान खान से अबु मोहम्मद बन गया। यहां क्लिक करके पूरी कहानी पढ़ सकते हैं। दिल्ली वाले हमले में जिस डॉक्टर तारिक खान का नाम सामने आया है उसका परिवार भी बड़ा ही सभ्य परिवार है। उनको पता ही नहीं कि उनका बेटा डॉक्टर तारिक खान कब उमर मोहम्मद बन गया।
विदेशी आतंकवादी भारत के शिक्षित मध्यम वर्गीय मुस्लिम युवाओं को निशाना बना रहे हैं
हम यहां पर कुछ नाम बता रहे हैं जो पिछले कुछ दिनों में आतंकवादी गतिविधियों के कारण पकड़े गए हैं। यह सभी मुस्लिम युवा होनहार और शानदार करियर की तरफ आगे बढ़ रहे थे। सभ्य परिवारों से आते हैं। गिरफ्तारी के बाद परिवार के लोग भरोसा नहीं कर पाए। एक और बात सिमिलर है। सब ऑनलाइन कंटेंट कंज्यूम करने के बाद ही आतंकवादियों के संपर्क में आए:-
- ज़ुबैर हंगारेकर, पुणे महाराष्ट्र: सॉफ्टवेयर इंजीनियर, 25 लाख सालाना कमाई। अक्टूबर 2025 में गिरफ्तार किया गया। लैपटॉप से IED मैनुअल, AK-47 गाइड्स बरामद। परिवार ने सदमा जताया।
- डॉ. अदील अहमद राथर कश्मीर: डॉक्टर, अच्छी पढ़ाई। नवंबर 2025 में गिरफ्तार किया गया। 360 किलो RDX और असॉल्ट राइफल्स के साथ पकड़ा। परिवार शांतिप्रिय।
- डॉ. मुज़म्मिल शकील, कश्मीर: डॉक्टर, शिक्षित। नवंबर 2025 में 360 किलो RDX के साथ गिरफ्तार। कोई कैंप अटेंड नहीं किया। ऑनलाइन कंटेंट से जुड़ा और ऑनलाइन ट्रेनिंग हुई।
- डॉ. अहमद मोहिउद्दीन सईद, गुजरात: गुजरात मेडिकल कॉलेज का टॉपर डॉक्टर। सितंबर 2025 में रिसिन पॉइजन (जैविक हथियार) के साथ गिरफ्तार किया गया। परिवार को आज तक भरोसा नहीं।
उपरोक्त के अलावा 25 से अधिक ऐसे नाम है जिनमें कुछ बातें समान है।
- सभी युवक मुस्लिम समाज से हैं।
- सभी के परिवार शांतिप्रिय सम्मानित परिवार हैं।
- सभी युवक पढ़ाई में अच्छे हैं।
- सभी युवक ऑनलाइन कंटेंट कंज्यूम करके आतंकवादी संगठन के संपर्क में पहुंचे।
- किसी की फिजिकल ट्रेनिंग नहीं हुई, सबको ऑनलाइन ट्रेनिंग दी गई।
- इनमें से ज्यादातर आत्मघाती हमला करने के लिए तैयार थे।
मुस्लिम समाज को सतर्क रहना होगा
उपरोक्त सभी मामले चेतावनी देते हैं। मुस्लिम समाज के ऐसे परिवार जो अपने बच्चों को पढ़ा लिखा कर अच्छा इंसान बनना चाहते हैं, उनको सतर्क रहना होगा। पिछले 1 साल में पकड़े गए युवाओं में एक भी व्यक्ति किसी मुस्लिम नेता का बेटा नहीं है। अपने बच्चों से इसके बारे में खुलकर बात करनी होगी। उनके डाउट्स क्लियर करने होंगे। नहीं तो परिवार का जो बच्चा परिवार के लिए गर्व का विषय है, वही बच्चा परिवार की बर्बादी का कारण बन सकता है।
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