Upcoming IPO: सिर्फ 15000 में 150 करोड़ का प्रॉफिट बनाने वाली फार्मा कंपनी का सार्वजनिक प्रस्ताव

बिजनेस डेस्क, 6 दिसंबर 2025
: ₹15000 में दवाई की दुकान का काउंटर भी नहीं बनता। लेकिन इसी ₹15000 में आप भारत में तेजी से बढ़ रही फार्मा कंपनी के कारोबार में साझेदार बन सकते हैं। कंपनी ने पिछले साल 150 करोड़ का प्रॉफिट बनाया। इस साल कंपनी का रेवेन्यू 4X बढ़ाने की उम्मीद है। स्वाभाविक है प्रॉफिट भी बढ़ेगा। शायद यही कारण है कि ग्रे मार्केट में भी कंपनी को अच्छा प्रीमियम मिल रहा है। यदि आप किसी फार्मा कंपनी में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग कर रहे हैं तो इस कंपनी को स्टडी करना चाहिए। 

About Corona Remedies Limited

कोरोना रेमेडीज एक भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनी है जो मुख्य रूप से उच्च-विकास वाले चिकित्सीय क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करती है, जिनमें महिलाओं का स्वास्थ्य (Women's Healthcare), कार्डियो-डायबिटो (Cardio-Diabeto), और दर्द प्रबंधन (Pain Management) शामिल हैं। कंपनी ने Strategic Acquisitions और एक मजबूत प्रोडक्ट पोर्टफोलियो के माध्यम से लगातार वृद्धि दर्ज की है।

About Corona Remedies IPO

निवेशकों के लिए यह समझना सर्वोपरि है कि यह IPO पूरी तरह से एक 'ऑफर फॉर सेल' (Offer for Sale - OFS) है। इसका सीधा मतलब है कि IPO के माध्यम से जुटाई गई कोई भी धनराशि कंपनी को नहीं मिलेगी; यह पैसा सीधे मौजूदा शेयरधारकों (प्रमोटरों और निवेशकों) के पास जाएगा। सरल शब्दों में आप समझ सकते हैं कि यह कंपनी के मालिकाना हक के परिवर्तन का मामला है। पुराने शेरहोल्डर्स इस आईपीओ के माध्यम से अपने शेयर्स बेच रहे हैं।

Corona Remedies Story

किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उसकी यात्रा, नेतृत्व और विकास के प्रमुख पड़ावों को समझना महत्वपूर्ण होता है। यह हमें कंपनी की नींव की मजबूती और भविष्य की दिशा का आकलन करने में मदद करता है। कोरोना रेमेडीज की शुरुआत 2004 में 'कोरोना रेमेडीज प्राइवेट लिमिटेड' के रूप में हुई थी। बाद में, यह एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी में परिवर्तित हो गई। कंपनी का पंजीकृत कार्यालय अहमदाबाद, गुजरात में स्थित है और इसका कॉर्पोरेट पहचान संख्या (CIN) U24231GJ2004PLC044656 है।

Key milestones in growth: Strategic acquisitions

कंपनी की विकास यात्रा में रणनीतिक अधिग्रहणों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इन अधिग्रहणों ने न केवल इसके उत्पाद पोर्टफोलियो को मजबूत किया है, बल्कि बाजार में इसकी उपस्थिति को भी बढ़ाया है।
GSK से अधिग्रहण: कंपनी ने ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन (GSK) से Vitneurin और Stelbid जैसे प्रतिष्ठित ब्रांडों का अधिग्रहण किया, जिससे इसके न्यूट्रास्यूटिकल्स और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सेगमेंट को मजबूती मिली।
Sanofi से अधिग्रहण: जून 2023 (वित्तीय वर्ष 2024 की पहली तिमाही में), कंपनी ने Sanofi से 'Myoril' ब्रांड का अधिग्रहण किया। यह एक महत्वपूर्ण कदम था जिसने कंपनी के दर्द प्रबंधन पोर्टफोलियो को काफी मजबूत किया। इस अधिग्रहण को मुख्य रूप से एक टर्म लोन के माध्यम से फंड किया गया था, जिसके कारण वित्तीय वर्ष 2024 में कंपनी के कुल ऋण में भारी वृद्धि हुई (वित्तीय वर्ष 2023 के 23.31 मिलियन रुपये से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2024 में 1,341.42 मिलियन रुपये हो गया)।
अन्य प्रमुख अधिग्रहण: कंपनी ने Bayer Zydus Pharma और Abbott India Limited से भी कई ब्रांडों की खरीद की है। इन अधिग्रहणों ने कंपनी को विभिन्न चिकित्सीय क्षेत्रों में अपनी पेशकश का विस्तार करने और बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद की है।

अनुभवी प्रमोटर और प्रबंधन

कंपनी का नेतृत्व अनुभवी पेशेवरों द्वारा किया जाता है, जो इसकी सफलता में एक महत्वपूर्ण कारक है।
प्रमोटर: कंपनी के प्रमोटर डॉ. कीर्तिकुमार लक्ष्मीदास मेहता, नीरवकुमार कीर्तिकुमार मेहता और अंकुर कीर्तिकुमार मेहता हैं।
डॉ. कीर्तिकुमार लक्ष्मीदास मेहता, जो कंपनी के चेयरमैन हैं, एक चिकित्सा व्यवसायी के रूप में 36 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। उनका मार्गदर्शन कंपनी को रणनीतिक दिशा प्रदान करता है।
नीरवकुमार मेहता (प्रबंध निदेशक और CEO) और अंकुर मेहता (संयुक्त प्रबंध निदेशक) दोनों को फार्मास्युटिकल उद्योग में 20 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उनके नेतृत्व में कंपनी ने लगातार वृद्धि हासिल की है।

निवेशक समर्थन: कंपनी को ChrysCapital की एक सहयोगी कंपनी Sepia Investment Limited जैसे प्रमुख निवेशकों का समर्थन प्राप्त है। इस तरह के संस्थागत निवेश ने कंपनी में मजबूत कॉर्पोरेट प्रशासन मानकों को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

विश्लेषण से यह स्पष्ट है कि प्रबंधन का गहरा उद्योग अनुभव (मेहता बंधुओं के लिए 20 वर्ष से अधिक) सीधे तौर पर Myoril और Vitneurin जैसे रणनीतिक ब्रांड अधिग्रहणों को पहचानने और सफलतापूर्वक एकीकृत करने की उनकी क्षमता से जुड़ा हुआ है, जो कंपनी की बाजार से बेहतर वृद्धि का एक प्रमुख चालक रहा है।

कंपनी की इस मजबूत पृष्ठभूमि को समझने के बाद, अब हम इसके व्यावसायिक संचालन और राजस्व स्रोतों का गहराई से विश्लेषण करते हैं।

Business Analysis: What does Corona Remedies do?

किसी भी कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन उसके व्यवसाय मॉडल, उत्पाद श्रृंखला और राजस्व स्रोतों पर निर्भर करता है। यहां हम कोरोना रेमेडीज के मुख्य व्यावसायिक क्षेत्रों, भौगोलिक पहुंच और विनिर्माण क्षमताओं का विश्लेषण करेंगे ताकि यह समझा जा सके कि कंपनी पैसा कैसे कमाती है।

Key therapeutic areas and revenue contribution

कोरोना रेमेडीज मुख्य रूप से चार प्रमुख चिकित्सीय क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करती है, जो इसके राजस्व का एक बड़ा हिस्सा हैं। ये क्षेत्र पुरानी (chronic) बीमारियों से संबंधित हैं, जिनमें लंबे समय तक उपचार की आवश्यकता होती है, जो कंपनी को एक स्थिर राजस्व आधार प्रदान करता है।

नीचे दी गई तालिका MAT (MAT, यानी पिछले 12 महीनों की कुल बिक्री) जून 2025 के लिए घरेलू बिक्री में प्रत्येक क्षेत्र के योगदान को दर्शाती है:
  • चिकित्सीय क्षेत्र - घरेलू बिक्री में योगदान (%)
  • महिला स्वास्थ्य - 28.56%
  • कार्डियो-डायबिटो - 23.38%
  • दर्द प्रबंधन - 11.79%
  • मूत्रविज्ञान (Urology) - 4.53%

बाजार स्थिति: कंपनी अपने लक्षित बाजारों में 17वीं सबसे बड़ी कंपनी है। विशेष रूप से, यह MAT जून 2022 से MAT जून 2025 तक भारत की शीर्ष 30 फार्मा कंपनियों में दूसरी सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनी रही है।

Key brands and products

कंपनी के पास 71 ब्रांडों का एक विविध पोर्टफोलियो है, जिसमें से 27 "इंजन" ब्रांड इसके मुख्य आधार हैं। ये ब्रांड कंपनी के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। कुछ प्रमुख ब्रांडों में शामिल हैं:
  • B-29
  • Myoril
  • Tricium
  • Cortel
  • Obimet

Analysis of geographic revenue

कंपनी की घरेलू बिक्री का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भौगोलिक रूप से केंद्रित है।
क्षेत्रीय एकाग्रता: कंपनी की घरेलू बिक्री का 47.30% (MAT जून 2025 के लिए) सिर्फ "पश्चिम क्षेत्र" से आता है, जिसमें गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गोवा और मध्य प्रदेश राज्य शामिल हैं।
इसका क्या मतलब है? यह एकाग्रता एक दोधारी तलवार है। एक ओर, यह इन राज्यों में कंपनी की मजबूत पकड़ और ब्रांड पहचान को दर्शाती है। दूसरी ओर, यह कंपनी को उस क्षेत्र में किसी भी प्रतिकूल आर्थिक या प्रतिस्पर्धी विकास के प्रति संवेदनशील बनाती है।

Manufacturing Capabilities

कंपनी के पास दो अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाएं हैं:
1. भायला (गुजरात): यह सुविधा EU GMP और WHO GMP-प्रमाणित है, जो इसे उच्च गुणवत्ता मानकों का पालन करने में सक्षम बनाती है। वित्तीय वर्ष 2025 के लिए, इस सुविधा में टैबलेट और कैप्सूल की क्षमता का उपयोग असाधारण रूप से 93.58% पर उच्च था।
2. सोलन (हिमाचल प्रदेश): यह सुविधा भी WHO GMP-अनुमोदित है और यह एक पट्टे पर ली गई संपत्ति पर स्थित है।
30 जून, 2025 तक, इन दोनों सुविधाओं की कुल स्थापित क्षमता प्रति वर्ष 1,285.44 मिलियन यूनिट थी।

अब जब हम कंपनी के व्यवसाय को समझ गए हैं, तो आइए इस IPO के विवरण और इसके आपके लिए क्या मायने हैं, इस पर ध्यान केंद्रित करें।

Positive and negative aspects of Corona Remedies IPO

किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले कंपनी की ताकत और कमजोरियों का संतुलित मूल्यांकन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए यहां पर हम कोरोना रेमेडीज के IPO से जुड़े प्रमुख सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं का सारांश प्रस्तुत करता है ताकि आप एक सूचित निर्णय ले सकें।

Positives (Why invest?)

1. मजबूत और अनुभवी प्रमोटर: कंपनी के प्रमोटरों को चिकित्सा और फार्मास्युटिकल उद्योग में दशकों का अनुभव है। डॉ. कीर्तिकुमार मेहता का 36 साल का चिकित्सा अनुभव और नीरवकुमार व अंकुर मेहता का 20 साल से अधिक का फार्मा अनुभव कंपनी को एक मजबूत रणनीतिक दिशा और स्थिरता प्रदान करता है।
2. तेजी से बढ़ता व्यवसाय: कोरोना रेमेडीज भारतीय फार्मा बाजार की शीर्ष 30 कंपनियों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों में से एक है। 
3. उच्च-विकास वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना: कंपनी का महिला स्वास्थ्य और कार्डियो-डायबिटो जैसे पुराने (chronic) चिकित्सीय क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना एक स्थायी राजस्व स्ट्रीम सुनिश्चित करता है। पुरानी बीमारियों के उपचार में दीर्घकालिक दवाओं की आवश्यकता होती है, जिससे उत्पादों की निरंतर मांग बनी रहती है। पुरानी थेरेपी पर यह रणनीतिक फोकस, जो MAT जून 2025 तक घरेलू बिक्री का 70.10% था, एक प्राथमिक कारण है कि कंपनी ने भारतीय फार्मा बाजार में शीर्ष 30 में दूसरी सबसे तेजी से बढ़ने वाली फर्म का दर्जा हासिल किया है।
4. सफल अधिग्रहण का ट्रैक रिकॉर्ड: Myoril, Vitneurin और Stelbid जैसे ब्रांडों का सफल अधिग्रहण और उन्हें अपने पोर्टफोलियो में एकीकृत करना कंपनी की अकार्बनिक विकास क्षमताओं को दर्शाता है। यह साबित करता है कि प्रबंधन बाजार के अवसरों को भुनाने और हिस्सेदारी बढ़ाने में सक्षम है।
5. Diverse Product Portfolio: 71 ब्रांडों का एक विविध पोर्टफोलियो किसी एक उत्पाद या ब्रांड पर निर्भरता के जोखिम को कम करता है। यह कंपनी को विभिन्न चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करने और बाजार के विभिन्न खंडों में अपनी पहुंच बनाए रखने में मदद करता है।

Downside (what are the risks?)

1. पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS): यह सबसे बड़ा जोखिम है। IPO से प्राप्त होने वाला सारा पैसा मौजूदा शेयरधारकों (प्रमोटरों और निवेशकों) के पास जाएगा। कंपनी को अपने विस्तार, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, या ऋण चुकाने के लिए कोई नई पूंजी नहीं मिलेगी।
2. भौगोलिक एकाग्रता का जोखिम: कंपनी की लगभग आधी बिक्री (47.30%) सिर्फ पांच राज्यों (गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गोवा और मध्य प्रदेश) से होती है। इस क्षेत्र में कोई भी आर्थिक मंदी, बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा या प्रतिकूल नियामक परिवर्तन कंपनी के राजस्व पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है।
3. आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता: कंपनी कच्चे माल और तैयार माल के लिए तीसरे पक्ष के आपूर्तिकर्ताओं पर बहुत अधिक निर्भर है, और इनमें से कई के साथ कोई दीर्घकालिक अनुबंध नहीं है। यह आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान या मूल्य वृद्धि का जोखिम पैदा करता है।
4. बौद्धिक संपदा (IP) जोखिम: Cortel, Argihope, Dosin, Evtab, और Alkashot जैसे कुछ प्रमुख ब्रांडों के ट्रेडमार्क अभी भी लंबित, विरोध या आपत्तिजनक स्थिति में हैं। यदि कंपनी इन ट्रेडमार्क को सुरक्षित करने में विफल रहती है, तो इससे भविष्य में कानूनी चुनौतियां और राजस्व का नुकसान हो सकता है।
5. High competition: भारतीय फार्मास्युटिकल उद्योग अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है। बड़ी और स्थापित कंपनियों से प्रतिस्पर्धा मूल्य निर्धारण पर दबाव डाल सकती है और कंपनी की बाजार हिस्सेदारी को सीमित कर सकती है।
6. वितरण नेटवर्क पर निर्भरता: कंपनी के शीर्ष 5 कैरिंग एंड फॉरवर्डिंग (C&F) एजेंट इसके राजस्व में 43.30% का योगदान करते हैं। किसी भी प्रमुख एजेंट को खोने से कंपनी के वितरण नेटवर्क में गंभीर बाधा आ सकती है और बिक्री प्रभावित हो सकती है।

Corona Remedies IPO: Opening, closing, allotment, listing, date

  • IPO Open Date - Mon, Dec 8, 2025
  • IPO Close Date - Wed, Dec 10, 2025
  • Tentative Allotment - Thu, Dec 11, 2025
  • Initiation of Refunds - Fri, Dec 12, 2025
  • Credit of Shares to Demat - Fri, Dec 12, 2025
  • Tentative Listing Date - Mon, Dec 15, 2025

Corona Remedies IPO: Investment and GMP

  • Face Value - ₹10 per share
  • Issue Price Band - ₹1008 to ₹1062 per share
  • Lot Size - 14 Shares 
  • Minimum investment - ₹14,868
  • Maximum investment - ₹1,93,284
  • GMP - 34.37%

अस्वीकरण:  इक्विटी बाजारों में निवेश में जोखिम होता है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें और कंपनी द्वारा जारी किए गए रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) को ध्यान से पढ़ें। यहां प्रकाशित की गई जानकारी केवल शिक्षा और जानकारी के उद्देश्यों के लिए है और इसे किसी भी तरह से निवेश की सिफारिश नहीं माना जाना चाहिए। पाठक को अपने स्वयं के विश्लेषण और जांच के आधार पर निर्णय लेना चाहिए।
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