भोपाल, 12 नवंबर 2025: पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जो खुद को पुलिस की एक महिला अधिकारी का सगा देवर बताता था। खुद को सामान्य प्रशासन विभाग का कर्मचारी बताते हुए मुरैना के रामकुमार सिंह से 20 लाख रुपए की ठगी कर ली थी।
भोपाल में मंत्रालय के बाहर शिकार की तलाश करता था
पुलिस के मुताबिक अंबाह मुरैना के रहने वाले किसान राजकुमार सिंह से जालसाज विजय शंकर मिश्रा ने 6 फरवरी 2024 को मंत्रालय के बाहर मुलाकात की थी। आरोपी ने राजकुमार सिंह से इसके बाद कई बार मुलाकात की और चुनाव आयोग तथा महिला बाल विकास में नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाया। वह खुद को सामान्य प्रशासन विभाग के कर्मचारी और पुलिस की एक महिला अधिकारी को अपनी सगी भाभी बताता था।
मुरैना के राजकुमार सिंह लालच में अंधे हो गए
विजय शंकर मिश्रा ने बड़ी चतुराई के साथ जाल फैलाया तो लालच में अंधे मुरैना के राजकुमार सिंह भी बड़ी आसानी से उसके जाल में फंस गए। उन्होंने एक नहीं बल्कि अपने परिवार के साथ सदस्यों को सरकारी नौकरी दिलाने के लिए, उनके सारे डॉक्यूमेंट विजय शंकर मिश्रा के हवाले कर दिए। इसके अलावा 20 लाख रुपए भी दे दिए। यदि इस मामले में ठगी करके विजय शंकर मिश्रा अपराध कर रहा था तो सरकारी नौकरी के लिए रिश्वत देकर राजकुमार सिंह ने भी अपराध में भागीदारी की थी।
मामले का खुलासा कैसे हुआ
विजय शंकर मिश्रा ने राजकुमार सिंह को अंडर एस्टीमेट कर लिया। 20 लाख रुपए लेने के बाद सभी सात सदस्यों के लिए फर्जी जॉइनिंग लेटर दे दिए। जब वह ज्वाइन करने पहुंचे तो मामले का खुलासा हुआ। शायद विजय शंकर मिश्र को पता था कि मामले का खुलासा जरूर होगा, लेकिन उसे लगता होगा कि राजकुमार सिंह ज्यादा कुछ नहीं कर पाएगा। इधर राजकुमार सिंह लगातार पुलिस के चक्कर लगाता रहा। लंबे संघर्ष के बाद भोपाल पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज किया और विजय शंकर मिश्र को गिरफ्तार कर लिया।
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