श्योपुर (मध्य प्रदेश), 11 अक्टूबर 2025: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे से ठीक एक दिन पहले एक गंभीर सार्वजनिक सुरक्षा मुद्दा सामने आया है। नगर परिषद बारोडा के वार्ड नंबर 11, कटेला कुआं में एक आंगनवाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य असुरक्षित स्थान पर शुरू कर दिया गया है, जो मौसमी नाले के बिल्कुल बगल में स्थित है। मानसून के दौरान यह नाला 20-25 फीट गहरे बाढ़ के पानी से भर जाता है, और वर्तमान में भी इसमें लगभग 10 फीट गहरा ठहरा हुआ पानी मौजूद है।
स्थानीय निवासियों और विशेषज्ञों ने इस निर्माण को बच्चों की जान को खतरे में डालने वाला बताया है। यह न केवल सार्वजनिक सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन है, बल्कि सार्वजनिक धन के दुरुपयोग का भी मामला है।प्रधानमंत्री रिसर्च फेलो (पीएमआरएफ) और आईआईटी रुड़की के भौतिकी विभाग के शोधार्थी हरिशंकर सुमन, जो स्वयं इस वार्ड के निवासी हैं, ने एक प्रेस रिलीज जारी कर इस मुद्दे को उजागर किया है। उन्होंने बताया कि नाले के निकट इस साइट पर निर्माण कार्य जबरन कराया जा रहा है, जबकि उसी वार्ड में पास के एक उपयुक्त सरकारी भूमि पर केंद्र स्थानांतरित किया जा सकता है।
सुमन ने कहा, "यह स्थान छोटे बच्चों के लिए घातक साबित हो सकता है। हमने पहले ही नगर परिषद, तहसीलदार और सीपीडीओ को शिकायतें भेजी हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान इस मुद्दे को उठाना जरूरी है, ताकि जनसुरक्षा सुनिश्चित हो सके।" उन्होंने प्रेस रिलीज के साथ फोटोग्राफ्स और पूर्व शिकायतों की प्रतियां भी संलग्न की हैं, जो नाले के ठहरे पानी और निर्माण स्थल की असुरक्षा को स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं।
स्थानीय निवासियों ने अधिकारियों से आग्रह किया है कि निर्माण कार्य तत्काल रोका जाए और वैकल्पिक सुरक्षित साइट पर केंद्र का निर्माण शुरू किया जाए। शीओपुर जिला प्रशासन और नगर परिषद से इस पर तत्काल प्रतिक्रिया की उम्मीद की जा रही है, खासकर मुख्यमंत्री के कल (12 अक्टूबर) के दौरे को देखते हुए। यदि समय रहते हस्तक्षेप नहीं हुआ, तो यह घटना बड़े विवाद का कारण बन सकती है।
(रिपोर्ट: न्यूज डेस्क | संपर्क: हरिशंकर सुमन, 8602639230)