शंखनाद से पराक्रम को आमंत्रित किया जाता है
इस अवसर पर सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि, बैंड की अपनी महत्ता होती है। हमारे यहां प्राचीन काल से शंख-नगाड़े-घड़ियाल जैसे वाद्यों के बिना तो युद्ध भी अधूरा माना जाता था। शंखनाद की स्वर लहरियों से पराक्रम को आमंत्रित किया जाता था। आज महाकाल के दरबार में बैंड बना है। मैं सभी को इसके लिए बधाई देता हूं। आज हम एक और उपलब्धि हासिल की है।
श्रीअन्न के लड्डू का महत्व ही अलग है
विश्व प्रसिद्ध महाकाल के प्रसाद में हम बेसन का लड्डू देते थे। इससे उपवास वालों को समस्या होती थी। अब इस प्रसाद में श्री अन्न का लड्डू शामिल किया गया है। इसका आनंद अलग है। यह हमें आदिवासी अंचल से भी जोड़ता है।
हमारे आदिवासी भाई-बहन अपने पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ अब बाबा महाकाल की सवारी में आने लगे हैं। अब बेंगलुरु की तर्ज पर श्रीमहाकाल कॉरिडोर में भी लाइट एंड साउंड शो होगा, जिससे श्रद्धालु महाकाल की महिमा और उज्जैन के इतिहास का दिव्य अनुभव कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि हम सब का सौभाग्य है कि महाकाल लोक में रुद्रसागर के किनारे एक साथ तीन अलग-अलग सौगातें मिल रही हैं। ये सौगातें उज्जैन के साथ-साथ देश-प्रदेश को मिल रही हैं। बाबा महाकाल पर सब का अधिकार है। यहां की गई कोई भी गतिविधि हमारी सनातनी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा बनती है। यहां बिखर रही दीपों की रोशनी और आतिशबाजी वास्तव में अहसास करा रही है कि बाबा महाकाल के आशीर्वाद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश बदल रहा है।
उन्होंने कहा कि महाकाल लोक के लोकार्पण ने प्राचीन अवंतिका की अमर गाथा को जीवंत कर दिया। पूरा देश अवंतिका को विशेष नजर से देखता है। अवंतिका को पृथ्वी के अंत तक रहने का आशीर्वाद मिला है। अवंतिका पर विक्रमादित्य सहित कई प्रसिद्ध राजाओं ने शासन किया है। इस वजह से देश की कीर्ति दुनिया में फैली।
बाबा महाकाल की कथाओं को जानेंगे
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि महाकाल के प्रांगण में लाइट एंड साउंड शो का शुभारंभ हुआ है। इसमें शिवपुराण से लेकर कई कथाओं का वर्णन किया गया। इसके माध्यम से भक्तों को अपने अतीत की और सांस्कृतिक धाराओं की जानकारी मिलेगी। इस शो के माध्यम से हम बाबा महाकाल की कथाओं को जानेंगे, जिससे हमारी भक्ति और मजबूत होगी। इस अवसर पर एक और उल्लेखनीय कार्य हुआ है। श्री अन्न के लड्डुओं को बाबा महाकाल के प्रसाद में शामिल किया गया है। हम सौभाग्यशाली हैं कि यह कार्य मां लक्ष्मी के पूजन के दिन प्रारंभ हुआ है। इसके लिए मैं सभी को बधाई देता हूं। आज के अवसर पर महाकालेश्वर बैंड का भी शुभारंभ हुआ है। बाबा महाकाल सब पर कृपा करें। दीपावली के पर्व की सब को बधाई।
महाकाल का अपना बैंड
गौरतलब है कि जिस बैंड की सीएम डॉ. मोहन यादव ने शुरुआत की, वह महाकालेश्वर का अपना बैंड है। यह बैंड उत्सव, बाबा महाकाल की सवारी और अहम मौकों पर स्वर लहरियां बिखेरकर भगवान भोलेनाथ का गाथा गाएगा। इस बैंड को विशेष तौर पर तैयार किया गया है। इसकी टीम बाबा महाकाल की कथाओं के प्रचार-प्रसार के लिए पूरी तरह तैयार है। इस बैंड के जुड़ जाने से बाबा महाकाल के इतिहास में भी नया आयाम जुड़ा है। बैंड से संबंधित अधिकारियों का कहना है कि यहां आने वाले भक्त हमारे संगीत से नए उत्साह और नई ऊर्जा से भर जाएंगे।
श्री अन्न का विशेष महत्व
बता दें, अब महाकाल के भक्तों को श्री अन्न से बने लड्डुओं का प्रसाद मिलेगा। ये लड्डू रागी, कोदो-कुटकी के साथ-साथ सभी तरह के श्री अन्न से बनाया जाएगा। जिसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन के अलावा, इनमें फाइबर, विटामिन और खनिज भी होते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा उन लोगों को होगा, जो उपवास रखते हैं। क्योंकि, अभी तक उन्हें प्रसाद में बेसन के लड्डू मिलते थे, जिन्हें ग्रहण करने में कठिनाई होती थी। लेकिन, अब उन्हें किसी तरह की कठिनाई होगी। इसके साथ ही हमारे जनजातीय भाई बहनों की आर्थिक समृद्धि भी होगी और श्री अन्न को बढ़ावा भी मिलेगा।
जय श्री महाकाल 🙏
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) October 20, 2025
आज अत्यंत हर्ष और गर्व के साथ महाकाल लोक परिसर, रुद्रसागर में वाटर स्क्रीन प्रोजेक्शन एवं फाउंटेन शो का लोकार्पण किया।
यह अद्भुत प्रस्तुति भगवान श्री महाकालेश्वर, मोक्षदायिनी शिप्रा नदी तथा अवंतिका नगरी की दिव्य कीर्ति गाथा को अद्भुत प्रकाश और जलरूप में साकार… pic.twitter.com/2YK6tUeyEq
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