मध्य प्रदेश के सभी अतिथि शिक्षक और हमारे शिक्षक मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग करने वाले सभी शासकीय शिक्षक, 24 घंटे स्कूल शिक्षा विभाग की निगरानी में हैं। यदि उन्होंने कभी भी झूठ बोला तो कम से कम वेतन जरूर कटेगा।
सभी शिक्षकों को अपने मोबाइल का GPS ऑन रखना होगा
स्कूल शिक्षा विभाग ने हमारे शिक्षक ऐप को बड़ी ही चतुराई के साथ डेवलप करवाया है। इस मोबाइल एप्लीकेशन में एक शर्त रखी गई है। यदि कोई हमारे शिक्षक मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग करता है तो उसे अपने डिवाइस की लोकेशन (GPS) को हमेशा ऑन रखना पड़ेगा। यदि कोई यूजर अपनी जीपीएस लोकेशन ऑफ कर देता है तो वह हमारे शिक्षक मोबाइल एप्लीकेशन से ऑटोमेटेकली लॉगआउट हो जाएगा।
इस फीचर से क्या फर्क पड़ेगा
इस फीचर के कारण शिक्षक की रियल टाइम लोकेशन हमेशा शिक्षा विभाग को मिलती रहेगी। ऐसी स्थिति में यदि कोई शिक्षक बिना अनुमति के मुख्यालय छोड़ देता है। अथवा कोई शिक्षक खुद को अस्पताल में भर्ती बताकर छुट्टी लेता है। या फिर यह बताता है कि डॉक्टर ने उसे अपने घर पर आराम करने के लिए कहा है। और इस तरह की अवकाश में वह किसी पर्यटन पर होता है, तो डिपार्टमेंट को पता चल जाएगा।
मध्य प्रदेश में शिक्षकों को बूथ लेवल ऑफिसर्स का काम भी दिया जाता है। इसमें उन्हें आदेश दिया जाता है कि वह अपने क्षेत्र के प्रत्येक घर में जाएं और वेरीफाई करें। इस आदेश के बावजूद यदि कोई शिक्षक फील्ड में नहीं जाता है। अपने स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति को भेज देता है या फिर जनता को अपने घर आने के लिए मजबूर करता है। तब न केवल डिपार्टमेंट को पता चल जाएगा बल्कि डिपार्टमेंट के पास एक डिजिटल एविडेंस होगा। संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।