Lenskart IPO Overvalued? पढ़िए एक्सपर्ट और एनालिस्ट क्या कहते हैं

Lenskart Solutions Limited का सार्वजनिक प्रस्ताव 31 अक्टूबर को शेयर बाजार में ओपन होने जा रहा है और 4 नवंबर को क्लोज होगा। कंपनी ने एक इन्वेस्टर से केवल ₹14,874 मांगे हैं। बदले में 37 Shares दिए जा रहे हैं। आज X पर ट्रेंड हुआ कि लेंसकार्ट का आईपीओ ओवरवैल्यूड है। जबकि ग्रे मार्केट प्रीमियम (11.94%) सबसे हाई चल रहा है। X कैंपेन और GMP के बीच में इतना अंतर क्यों है भाई। चलिए थोड़ा गहराई में उतरते हैं और देखते हैं क्या Experts and analysts इस बारे में क्या कहते हैं। 

1. Shankar Sharma, फाउंडर, फर्स्ट ग्लोबल

NDTV Profit के एक आर्टिकल में श्री शंकर शर्मा का कहना है, लेंसकार्ट की वैल्यूएशन एक "स्टील" (सस्ती डील) है, क्योंकि यह 10x सेल्स पर है, जबकि पेटीएम, नायका, जोमैटो, पीबी फिनटेक और कारट्रेड जैसे IPOs 25-50x सेल्स पर हुए थे (और उनमें भारी लॉसेस भी थे)। इसमें कोई ऑर्गनाइज्ड कैंपेन चल रहा है वैल्यूएशन को टारगेट करने का।  

2. Sandeep Tandon, फाउंडर और CIO, क्वांट म्यूचुअल फंड

श्री संदीप टंडन का कहना है कि, भारत के IPO फ्रेंजी को "स्टुपिडिटी" (मूर्खता) चला रही है; लेंसकार्ट जैसी कंपनियों को US या कोरिया जैसी मार्केट्स में इतनी हाई वैल्यूएशन नहीं मिलेगी, फिर भारत में क्यों? पिछले एक साल में 60% नए लिस्टेड स्टॉक्स IPO प्राइस से नीचे ट्रेड कर रहे हैं। 

3. Basant Maheshwari, इन्वेस्टर और ऑथर

X पर लिखते हैं कि, लेंसकार्ट एक AI कंपनी है? (सार्कास्टिक कमेंट); वैल्यूएशन इतनी हाई सिर्फ हाइप के कारण लग रही है, असली बिजनेस मॉडल पर नहीं।  

4. Anant Ladha, CFA, CA, CFP, फाइनेंशियल एडवाइजर

4 महीने पहले लेंसकार्ट की वैल्यूएशन $1 बिलियन थी (जिसमें CEO ने शेयर्स खरीदे), अब IPO में $8 बिलियन – इतना जंप क्यों? पब्लिक से पैसा जुटाने के लिए वैल्यूएशन पंप करना सवालिया निशान।

5. Paritosh Verma, इन्वेस्टर और एनालिस्ट 

X पर लिखा, ओवरप्राइस्ड और ओवरहाइप्ड; P/E 228x और P/S 10.5x – रिटेल-हैवी बिजनेस के लिए बहुत हाई। FY25 प्रॉफिट वन-टाइम गेन से, ग्रोथ स्लो हो रही (17%)। OFS से इन्वेस्टर्स एग्जिट कर रहे। वर्डिक्ट: इग्नोर करें, लॉन्ग-टर्म में फॉरगेट।  

6. जनरल एनालिस्ट्स (Economic Times और ब्रोकरेज रिपोर्ट्स से) 

वैल्यूएशन स्ट्रेच्ड (ओवरवैल्यूड) – FY25 अर्निंग्स पर 200x+ P/E। स्ट्रॉन्ग रेवेन्यू ग्रोथ लेकिन प्रॉफिट क्वालिटी पर सवाल (अकाउंटिंग गिमिक्स)। लिस्टिंग गेन म्यूटेड रह सकता है, लेकिन बिजनेस मॉडल रोबस्ट। (स्पेसिफिक नाम: Emkay Global या Anand Rathi जैसे ब्रोकरेज एनालिस्ट्स ने हाई वैल्यूएशन हाइलाइट किया।)  

7. HDFC Sky एनालिसिस (ब्रोकरेज रिपोर्ट)

फंडामेंटल्स स्ट्रॉन्ग लेकिन $8 बिलियन वैल्यूएशन में मिसस्टेप्स के लिए कोई रूम नहीं बचा। रेवेन्यू स्लोडाउन से रिस्क।  

पॉजिटिव साइड: कुछ एनालिस्ट्स (जैसे Mint में) कहते हैं कि बिजनेस मॉडल (2,000+ स्टोर्स, AI इंटीग्रेशन) से लॉन्ग-टर्म पोटेंशियल है, लेकिन शॉर्ट-टर्म में वैल्यूएशन प्रेशर।
जनरल ट्रेंड: ज्यादातर एक्सपर्ट्स 200x+ P/E को "स्ट्रेच्ड" मान रहे हैं, खासकर प्रॉफिट में वन-टाइम गेंस को हटाने पर। MFs (जैसे SBI MF) ने $7.7B वैल्यूएशन पर इन्वेस्ट किया, लेकिन रिटेल इन्वेस्टर्स को सावधानी की सलाह।

Lenskart GRAY MARKET PREMIUM 

शेयर बाजार की ग्रे मार्केट का कोई वैधानिक अस्तित्व नहीं है लेकिन उसकी अपनी वैल्यू है। 26 अक्टूबर को आईपीओ प्राइस ओपन होने से पहले ग्रे मार्केट में ₹75 प्रीमियम पर बोली लग गई थी। 27 अक्टूबर को जब कंपनी ने अपने एक शेयर के बदले 402 रुपए मांगे और नेगोशिएशन करके 382 रुपए पर भी बेचने को तैयार है तब ग्रे मार्केट में 402 रुपए के ऊपर 108 रुपए प्रीमियम पर सौदेबाजी हुई। दूसरे दिन प्रीमियम घटकर 73 रुपए रह गया, तीसरे दिन और गिरावट हुई और प्रीमियम 48 रुपए रह गया। इस प्रकार लेंसकार्ट के आईपीओ की Estimated Listing Price 510 रुपए से घटकर ₹450 रुपए रह गई है लेकिन फिर भी यह 402 रुपए से ज्यादा है और आज की स्थिति में जितनी भी कंपनी के आईपीओ ओपन है या आने वाले हैं उन सब में लेंसकार्ट को मिलने वाला प्रीमियम 11.94% सबसे ज्यादा है। 

निष्कर्ष:- 
किसी ने भी कंपनी का नेगेटिव नहीं कहा है लेकिन वैल्यूएशन को लेकर सवाल उठाए गए हैं। सबसे सरल शब्दों में सवाल उठाया गया है कि 4 महीने पहले जब कंपनी का वैल्यूएशन $1 मिलियन था तो फिर 4 महीने बाद $8 मिलियन कैसे हो गया। कंपनी को इस बात को तत्काल जस्टिफाई करना चाहिए। यदि आप लेंसकार्ट में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं तो आपके पास दूसरा विकल्प भी है। आईपीओ की लिस्टिंग का इंतजार कीजिए। हो सकता है कंपनी का आईपीओ ₹500 पर लिस्ट हो लेकिन फिर तेजी से गिरावट दर्ज की जाए और शायद ₹350 में मिल जाए। IPO LISTING GAIN वालों को भी विचार करना चाहिए क्योंकि पिछला रिकार्ड बताता है कि ग्रे मार्केट का 15% तक का प्रीमियम लिस्टिंग वाले दिन अक्सर जीरो हो जाता है। 

डिस्क्लेमर: यह न्यूज़ आर्टिकल केवल नॉलेज और एजुकेशन के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश के लिए हम किसी भी प्रकार का परामर्श नहीं दे रहे हैं। कृपया इन्वेस्टमेंट का फैसला स्वयं के अधिकतम अध्ययन के बाद ही लीजिए और अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श कीजिए। याद रखिए किसी भी प्रकार के इन्वेस्टमेंट में जब प्रॉफिट आपका होता है तो रिस्पांसिबिलिटी भी आपकी होती है।
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