Dilip Buildcon Limited, Bhopal के संस्थापक एवं भारतीय जनता पार्टी की सरकार वाले राज्यों में बड़े सरकारी प्रोजेक्ट कर रहे दिलीप सूर्यवंशी के दो ठिकाने पर आयकर विभाग की टीम द्वारा छापामार कार्रवाई की गई है। डिपार्टमेंट को अपने ही अधिकारियों पर भरोसा नहीं था इसलिए पंजाब की टीम को भोपाल भेजा गया है। जिस प्रकार मुकेश अंबानी भारत में दूसरे नंबर के सबसे अमीर आदमी है, बिल्कुल उसी प्रकार दिलीप सूर्यवंशी मध्य प्रदेश में दूसरे नंबर के सबसे बड़े करोड़पति हैं।
BHOPAL METRO के ठेकेदार दिलीप सूर्यवंशी के घर काले धन की तलाश
अमृतसर से आई इनकम टैक्स टीम भोपाल में दो जगहों पर दस्तावेज खंगाल रही है। दिलीप बिल्डकॉन ग्रुप के मालिक दिलीप सूर्यवंशी के चूनाभट्टी स्थित दफ्तर पर भी सर्चिंग की जा रही है। पंजाब के चंडीगढ़ रीजन के आयकर विभाग की डीजी इन्वेस्टिगेशन बत्सला झा ने इसकी पुष्टि की है। भोपाल मेट्रो रेल का ठेका दिलीप बिल्डकॉन के पास है। कंपनी को हाल ही में केरल में बड़ा प्रोजेक्ट मिला है। इसके अलावा गुरुग्राम मेट्रो का काम दिलीप बिल्डकॉन और रंजीत बिल्डकॉन को 1,503.63 करोड़ में मिला है, जिसमें मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर सिटी तक 26.65 किमी के कॉरिडोर में वायडक्ट और 14 एलिवेटेड स्टेशन का निर्माण शामिल है।
लोकल पुलिस और आयकर के अधिकारियों को पता ही नहीं चला
आयकर विभाग ने अमृतसर की टीम को बेहद गोपनीय तरीके से भोपाल भेजा। सिक्योरिटी के लिए लोकल पुलिस को साथ लिया जाता है लेकिन दिलीप सूर्यवंशी की पावर को देखते हुए लोकल पुलिस नहीं बल्कि SAF के जवानों को तैनात किया गया। यहां तक कि मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के आयकर विभाग के अधिकारियों तक को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। कार्रवाई शुरू होने के बाद भी उनको कुछ नहीं बताया गया।