भोपाल। शहर की सांस्कृतिक धरोहर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक दिलचस्प पहल हो रही है। पहल इम्प्रिंट कल्चरल सोसायटी के बैनर तले एक अनोखा थिएटर फेस्टिवल 1 नवंबर से चेतना ऑडिटोरियम, नीलबड़ में शुरू हो रहा है। यह चार दिवसीय आयोजन कुल चार नाटकों का मंचन करेगा, जहां हर प्रदर्शन एकल कलाकार की मिसाल पेश करेगा।
युवा और अनुभवी रंगकर्मियों का यह समागम भोपाल की थिएटर ट्रेडिशन को और मजबूत बनाने का एक कदम है, जो दर्शकों को विचारोत्तेजक कहानियों से रूबरू कराएगा। सोसायटी के आयोजकों ने सभी सांस्कृतिक प्रेमियों को सादर आमंत्रित किया है, ताकि यह फेस्टिवल एक सामूहिक उत्सव का रूप ले सके। विविध विषयों और शैलियों पर आधारित ये नाटक न केवल मनोरंजन देंगे, बल्कि सामाजिक संदेशों को भी आधुनिक अंदाज में पिरोएंगे।
आयोजन का शेड्यूल इस प्रकार है:
1 नवंबर को पहली प्रस्तुति के रूप में रामधारी सिंह दिनकर की क्लासिक कृति रश्मि रथी मंचित होगी। इसमें अभिनेता राहुल शर्मा एकल रूप में दर्शकों का मन मोह लेंगे।
उसी दिन दूसरी प्रस्तुति सुदामा के चावल होगी, जहां बिशना चौहान ने अभिनय और निर्देशन दोनों संभाले हैं।
2 नवंबर को पड़ोसी नाटक का मंचन होगा। प्रदीप शर्मा अभिनय करेंगे, जबकि तानाजी ने इसका लेखन और निर्देशन किया है। प्रस्तुति द राइजिंग सोसायटी की ओर से होगी।
चौथी और अंतिम प्रस्तुति चिट्ठी के नाम से होगी, जिसमें हर्ष दौंड अभिनय करेंगे। आशीष श्रीवास्तव ने इसका लेखन व निर्देशन किया है।
यह फेस्टिवल भोपाल के कल्चरल सीन को तरोताजा करने का एक स्वागतयोग्य प्रयास है। इच्छुक दर्शक चेतना ऑडिटोरियम पहुंचकर इस सांस्कृतिक यात्रा का हिस्सा बनें, क्योंकि ऐसे आयोजनों से शहर की कला-संस्कृति और समृद्ध होती है।
