भोपाल नगर निगम ने न्यू मार्केट में स्थाई अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। 7 घंटे तक कार्रवाई चलती रही। फेस्टिवल शॉपिंग के लिए भीड़ के आने से पहले न्यू मार्केट का अतिक्रमण हटा दिया गया है। अब देखना यह है कि दुकानदार कितने दिनों तक नगर निगम की बात मानकर रखते हैं।
न्यू मार्केट में दुकानों के बाहर रखा 3 ट्रक सामान जब्त किया गया
अतिक्रमण अधिकारी शैलेंद्र सिंह भदौरिया की मौजूदगी में यह कार्रवाई की गई। करीब 7 घंटे तक कार्रवाई हुई। इस दौरान न्यू मार्केट नो हॉकर्स जोन में लगने वाले सभी अवैध हॉकर्स को हटवाया गया। साथ ही दुकानों के बाहर खींची गई निर्धारित रेखा के बाहर रखे सामान, टेबल, काउंटर, जालियां, स्टैंड, चक्री, पाइप, टांगन, लोहे की पेटी, टीन, लूज कपड़े समेत 3 ट्रक सामान जब्त किया गया।
इतना अतिक्रमण कि गुजरने का रास्ता ही नहीं बचा
न्यू मार्केट में कई दुकानदारों ने दुकान के बाहर इतना अतिक्रमण कर रखा था कि ग्राहकों को गुजरने में दिक्कतें आ रही थीं। लंबे समय से शिकायत मिलने के बाद मंगलवार को निगम अमले ने यह कार्रवाई की, लेकिन न्यू मार्केट आने वाले ग्राहकों का कहना है की न्यू मार्केट का दुकानदार नहीं मानते। 24 घंटे के भीतर फिर से उतना ही अतिक्रमण कर लेंगे।
About New Market of Bhopal
भोपाल का न्यू मार्केट 1970 के दशक में पुराने शहर की भीड़भाड़ से राहत देने के लिए टी.टी. नगर क्षेत्र में योजनाबद्ध तरीके से बनाया गया था। इसे शहर का पहला आधुनिक वाणिज्यिक केंद्र माना जाता है, जहाँ चौड़ी सड़कों के किनारे सैकड़ों दुकानें कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, किताबें, गिफ्ट आइटम और खाने-पीने की चीज़ों के लिए प्रसिद्ध हैं। 1980–90 के दशक में यह शहर का प्रमुख व्यापारिक व सांस्कृतिक केंद्र बन गया, क्योंकि इसके पास भारत भवन, रवींद्र भवन और स्टेडियम जैसे स्थल हैं, जहाँ त्यौहारों, प्रदर्शनियों और मेलों के समय रौनक चरम पर रहती है। मॉल संस्कृति और ऑनलाइन शॉपिंग के दौर में भी इस बाजार ने आधुनिकता अपनाकर अपनी लोकप्रियता बरकरार रखी है। आज न्यू मार्केट न सिर्फ खरीदारी के लिए, बल्कि भोपाल की सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।