भोपाल। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मनोज यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा: मुझे पता चला कि किसी मंत्री के बच्चों की फीस भी शारिक मछली के खातों से की जाती थी। अभी तक उनके खातों की जांच क्यों नहीं की गई है? ये बड़ा सवाल है।
शारिक मछली के खिलाफ केवल दिखावटी कार्रवाई की है: सपा
सपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा: भोपाल के मंत्री विश्वास सारंग के नजदीकी शारिक मछली पर सरकार ने कार्रवाई की, मैं मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देता हूं लेकिन यह भी कहता हूं कि आपने कार्रवाई केवल दिखावटी की है। शारिक के भाई शहरयार को पार्टी से निकाला नहीं गया बल्कि इस्तीफा लिया गया है।
मछली के ठेकों पर सहकारिता विभाग ने कार्रवाई क्यों नहीं की?
सपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा: जो अवैध कॉलोनियां कट रहीं थी उन पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई? शारिक मछली का व्यापार डैमों में मछली पालने का था यहां की जो समिति बनाई गई थी वो कलेक्टर ने बहुत पहले ही अवैध, घोषित कर दी थी। फिर 15 साल से अवैध कारोबार कैसे चल रहा था? सहकारिता विभाग मंत्री विश्वास सारंग के पास है फिर अभी तक उनकी समितियों को कैंसिल क्यों नहीं किया गया? जो सहकारिता विभाग में टेंडर आते हैं वो अभी तक निरस्त नहीं किए गए? ये कब निरस्त होंगे ये मुख्यमंत्री जी से मेरा सवाल है।
मगरमच्छ से इस्तीफा लेकर जांच कीजिए: डॉ मनोज यादव
सपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ मनोज यादव ने कहा: आप अगर कार्रवाई करना चाहते हैं तो मछली के पीछे़ जो असली मगरमच्छ हैं जो बुलेट पर साथ घूम रहे हैं। वो पीछे़ बैठा है मंत्री जी उसकी सवारी कर रहे हैं। कार में बिठाकर घुमा रहे हैं। खुद अपने मोबाइल से सेल्फी ले रहे हैं। इन पर कब कार्रवाई होगी। अगर आपके मंत्री पर आरोप लग रहे हैं तो पहले उनका इस्तीफा लीजिए उनकी जांच होना चाहिए।
सपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ मनोज यादव:
मुझे सूत्रों ये यह पता चला कि किसी मंत्री के बच्चों की फीस भी शारिक मछली के खातों से की जाती थी। अभी तक उनके खातों की जांच क्यों नहीं की गई है? ये बड़ा सवाल है।
मंत्री की कोलुआ में 24 एकड़ जमीन
सपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ मनोज यादव ने कहा: आप जांच कीजिए कि क्या उनके बच्चों की फीस भरी जा रही है। उसके साथ मंत्री जी की कोलुआ में 24 एकड़ जमीन भी है। उसकी भी जांच कराईए किसके साथ है? इन सबकी जांच कराना चाहिए। और भी बहुत सारी प्रॉपर्टी हैं। अगर आपके मंत्री दोषी पाए जाते हैं तो तुरंत उनका इस्तीफा लीजिए। उसके बाद यदि जांच होगी तो जांच प्रभावित नहीं किया जाएगा।
मछली पर कार्रवाई रोकने वाले मंत्री की जांच हो
मनोज यादव ने कहा- जैसे ही शारिक मछली की शिकायत हुई तो आपके मंत्रियों के फोन पहुंच जाता है कि इन पर कार्रवाई नहीं होना चाहिए। इसकी भी जांच कराईए कि कौन सा मंत्री फोन करता है कि कार्रवाई नहीं होना चाहिए। शारिक मछली पर कार्रवाई हो रही है तो मंत्रियों पर भी कार्रवाई होना चाहिए।
20 से ज्यादा पुराने केस, फिर भी कार्रवाई नहीं
20 से ज्यादा पुराने केस दर्ज हैं उसके बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है तो खुद समझ सकते हैं कि यहां के मगरमच्छों का शारिक मछली को संरक्षण है। जब तक मगरमच्छों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक शारिक मछली जैसे लोग बचते रहेंगे। अभी अकेले शारिक मछली पर कार्रवाई हुई है। लेकिन, इसकी तह में अगर जाएंगे तो ड्रग्स से लेकर हथियार के धंधे का मामला पकड़ में आएगा।