आजकल एक स्टोरी दुनिया भर में वायरल हो रही है। पश्चिम के एक देश में 55 वर्ष की आयु पूरी कर चुके एक कर्मचारी ने बताया कि उसने पिछले 20 साल से लगातार टैक्स चोरी की और उसे पैसे को क्रिप्टोकरंसी में इन्वेस्ट कर दिया। आज की तारीख में उसके पोर्टफोलियो में 8 करोड़ रुपए मूल्य की क्रिप्टोकरंसी है। अब वह अपना रिटायरमेंट प्लान कर रहा है और इसके लिए उसने पब्लिक प्लेटफॉर्म पर आकर विशेषज्ञों से कुछ सवाल पूछे। इसके कारण पूरी स्टोरी बाहर आ गई।
रिटायरमेंट लेकर बची हुई जिंदगी आराम से बिताना चाहता है
कर्मचारी का कहना है कि उसकी उम्र 55 वर्ष हो गई है। आज की तारीख में उसके खाते में 8 करोड रुपए मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी है। यदि वह आज की तारीख में नौकरी छोड़ देता है और अपनी क्रिप्टो करेंसी बेचकर बाहर निकल जाता है तो इस 8 करोड रुपए से वह अगले 20 साल तक (75 वर्ष की उम्र अथवा मृत्यु तक) एक शानदार जिंदगी बिता सकता है। विशेषज्ञों से वह चाहता है कि, टैक्स चोरी के अपराध को लेकर उसके खिलाफ जो कानूनी कार्रवाई हो सकती है, इस स्थिति से कैसे बचा जा सकता है। क्या अब तक का चोरी किया गया टैक्स एक साथ जमा कर देने पर उसे मुक्त कर दिया जाएगा। उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होगी।
मजेदार बात यह है कि, यदि कोई व्यक्ति 6 साल से अधिक समय से टैक्स चोरी कर रहा है और उसे अब तक पकड़ा नहीं गया है, तो उसके सामने आने पर सेटलमेंट कैसे होगा इसके लिए कोई नियम ही नहीं है। केवल पिछले 6 साल तक की टैक्स वसूली का नियम है।
लाइफ इंश्योरेंस का प्रीमियम भरूं या प्रीमियम की राशि इन्वेस्ट कर दूं?
वह यह भी जानना चाहता है कि उसके पास 2 करोड रुपए का लाइफ इंश्योरेंस है। यह इंश्योरेंस कवर अगले 20 साल तक रहेगा। इसके बदले में काफी प्रीमियम देना पड़ता है। अब उसने अपनी पूरी जिंदगी बिता ली है। उसके पास पैसों की कमी नहीं है और उसके बाद उसके बच्चों का भविष्य भी सुरक्षित है। तो क्या ऐसी स्थिति में लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी बंद कर देना चाहिए। ऐसा करने से प्रीमियम की राशि बचेगी और उस राशि को फिर से इन्वेस्ट करके मृत्यु के बिना भी ज्यादा पैसा बना सकता है।