TATA की सबसे बड़ी तकनीकी सर्विस कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज ने भोपाल छोड़ने का ऐलान कर दिया है। TCS की ओर से उनके कर्मचारियों को भोपाल ऑफिस बंद करने की सूचना दे दी गई है। उल्लेखनीय है कि, TCS ही मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित ऑनलाइन परीक्षाओं को संपादित करती थी। अब बोर्ड ने किसी दूसरी कंपनी को ठेका देना शुरू कर दिया है।
कर्मचारियों के सामने विकल्प: ट्रांसफर या रिजाइन
टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज में काम करने वाले कम लोगों को विकल्प दिया गया है किया तो वह ट्रांसफर ले लें और टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज की किसी दूसरी ब्रांच में काम करें या फिर रिजाइन कर दें। कर्मचारियों का कहना है कि भोपाल में उनका परिवार है। ट्रांसफर लेकर जाएंगे तो मुश्किल हो जाएगी। बच्चों के स्कूल कॉलेज चल रहे हैं, बीच शिक्षा सत्र में फैमिली को ट्रांसफर नहीं कर सकते। TCS के कर्मचारी चाहते हैं कि सरकार इस मामले में दखल दे। भोपाल के कुछ लोकल बिजनेस को भी TCS की ओर से सपोर्ट किया जा रहा था। अब वह भी बंद हो जाएगा।
मध्य प्रदेश सरकार की प्रतिष्ठा पर प्रश्न
TCS जैसी भरोसेमंद कंपनी का मध्य प्रदेश छोड़कर जाना, मध्य प्रदेश की प्रतिष्ठा पर प्रश्न है। अब तक उम्मीद की जा रही थी कि जब सभी कंपनियां ऑनलाइन परीक्षा कराने में फेल हो जाएगी तो सरकार एक बार फिर टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज को काम देगी, लेकिन अब लगता है कि मध्य प्रदेश में बेईमानी के बिना ऑनलाइन परीक्षाओं का आयोजन नहीं हो पाएगा। विधानसभा चुनाव से पहले पटवारी परीक्षा से लेकर अब तक जितनी भी परीक्षाएं हुई हैं। हर परीक्षा में विवाद उपस्थित हुए हैं। TCS की जगह जिस कंपनी को ठेका दिया गया, उसमें भी भ्रष्टाचार और गड़बड़ी के मामले सामने आए हैं।