समुद्र में यह क्या हुआ, पानी नीला की जगह फिरोजी हो गया, NASA के अंतरिक्षयान ने कैप्चर किया

Bhopal Samachar
दुनिया के लाखों वैज्ञानिक 24/7 अंतरिक्ष का अध्ययन कर रहे हैं, लेकिन इस तरह की निगरानी समुद्र की नहीं हो पा रही है। पृथ्वी के चारों तरफ सेटेलाइट की माला बन गई है, लेकिन समुद्र का अध्ययन करने वाले सेटेलाइट की संख्या बहुत कम है। इस बीच अचानक NASA के एक स्पेसक्राफ्ट ने समुद्र में कुछ ऐसा कैप्चर किया, जो सामान्य नहीं था। समुद्र का पानी नीला होना चाहिए, लेकिन समुद्र के एक हिस्से का पानी फिरोजी कलर का दिखाई दिया। 

Phytoplankton bloom ने समुद्र के पानी का रंग बदल दिया

PACE नाम का एक स्पेसक्राफ्ट NASA की ओर से भेजा गया है। इसमें रिकॉर्ड किया कि ऑस्ट्रेलिया और तस्मानिया के बीच में जो समुद्र है वहां पर पानी के अंदर से फिरोजी रंग की रोशनी निकल रही है। इस स्पेसक्राफ्ट के माध्यम से वैज्ञानिकों ने एडवांस्ड इमेजिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग करके इस रोशनी का अध्ययन किया। यह एक ऐसा समुद्र है जहां पर पानी का बहन बहुत तेज होता है और यह क्षेत्र काफी गहरा माना जाता है। इस क्षेत्र में ईंधन और व्यापार के लिए माल ले जाने वाले जहाज का काफी ट्रैफिक होता है। Flinders University के समुद्र विज्ञानी Jochen Kaempf ने भी इसका अध्ययन किया। उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष से देखे गए ग्रीन फिलामेंट समुद्र में लगभग 500 फीट गहरे Phytoplankton bloom हो सकते हैं। 

Phytoplankton bloom क्या होता है 

Phytoplankton bloom का मतलब है- समुद्र, झील या किसी बड़े जलाशय में फाइटोप्लैंकटन (सूक्ष्म शैवाल / microscopic algae) की संख्या का अचानक और बहुत तेज़ी से बढ़ जाना। ये बहुत छोटे-छोटे पौधे जैसे जीव (microorganisms) होते हैं जो पानी में रहते हैं और photosynthesis करके सूर्य की रोशनी, पानी और घुले हुए पोषक तत्वों (nutrients जैसे nitrate, phosphate) से अपना भोजन बनाते हैं।

ब्लूम कब होता है?

जब पानी में पोषक तत्व (nutrients) और रोशनी की मात्रा बहुत ज़्यादा हो जाती है, तो फाइटोप्लैंकटन अचानक बहुत बड़ी संख्या में बढ़ने लगते हैं। इसी को phytoplankton bloom कहा जाता है।

Phytoplankton bloom फायदेमंद है या नुकसानदायक

ये समुद्री जीव-जंतु (जैसे मछलियां, झींगे) के लिए भोजन का आधार बनते हैं और समुद्री फूड-चेन को मजबूत करते हैं। इसलिए फायदेमंद है।
अगर ब्लूम ज़्यादा हो जाए या जहरीली शैवाल प्रजातियाँ (toxic algae) हों तो पानी में ऑक्सीजन कम हो जाती है और मछलियां व अन्य जीव मर सकते हैं। इसे "Dead Zone" भी कहा जाता है। इसलिए नुकसानदायक है।

सरल भाषा में: Phytoplankton bloom = पानी में microscopic algae का अचानक और बड़े पैमाने पर फैल जाना।

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