मध्य प्रदेश शासन के आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की जबलपुर टीम द्वारा मंडला जिले में छापामार कार्रवाई करते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत राज्य शिक्षा सेवा में जिला परियोजना समन्वयक के पद पर सेवाएं दे रहे अरविंद विश्वकर्मा की पत्नी आरती विश्वकर्मा को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। EOW की ओर से बताया गया है कि, DPC अरविंद विश्वकर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। रिश्वत का लेनदेन सरेआम रिलायंस पेट्रोल पंप पर हो रहा था। समाचार के लिखे जाने तक EOW की टीम द्वारा रिलायंस पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग जप्त तो नहीं की गई थी।
DPC ने एसडीएम को ले जाकर स्कूल सील करवाया था
सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, बिछिया एसडीएम सोनाली देव ने जून 2025 को विद्यानिकेतन स्कूल ककैया का औचक निरीक्षण किया था। उन्होंने स्कूल द्वारा निर्धारित मानदंडों के उल्लंघन पाए जाने पर स्कूल को सील कर दिया। एसडीएम सोनाली देव ने जिला परियोजना अधिकारी, सहायक परियोजना समन्वयक और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के साथ संयुक्त रूप से स्कूल का निरीक्षण किया। जांच के दौरान स्कूल मान्यता संबंधी नियमों का उल्लंघन, स्कूल का भवन अत्यधिक जर्जर और शौचालयों की स्थिति भी निर्धारित मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया। एसडीएम सोनाली देव ने विद्यानिकेतन स्कूल ककैया को सील करने की कार्यवाही की।
स्कूल संचालक और DPC के बीच रिश्वत की अतिरिक्त रकम के लिए लड़ाई थी
स्कूल संचालक रविकांत नंदा ने जबलपुर में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ के कार्यालय में उपस्थित होकर बताया कि उन्होंने स्कूल भवन एवं शौचालय इत्यादि तैयार कर लिया है। वह अपने स्कूल की मान्यता के नवीनीकरण के लिए DPC अरविंद विश्वकर्मा के संपर्क में थे, परंतु जिला परियोजना अधिकारी ने नियम के अनुसार मान्यता का नवीनीकरण करने से मना कर दिया। नवीनीकरण की फाइल पर हस्ताक्षर करने के बदले में 1.20 लाख रुपए रिश्वत मांगी। स्कूल संचालक रविकांत नंदा ने उनको ₹50000 रिश्वत दे दी थी। स्कूल संचालक रविकांत नंदा का मानना था कि इतने में काम हो जाएगा लेकिन DPC अरविंद विश्वकर्मा ने रिश्वत की बाकी रकम मिलने पर ही हस्ताक्षर करने की शर्त रखी। इसके कारण स्कूल संचालक रविकांत नंदा ने EOW से शिकायत की।
DPC ने खुद अपनी पत्नी को फंसा दिया
शिकायत की प्राथमिक जांच में रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हो जाने पर EOW की टीम ने ट्रैप प्लान किया। प्लानिंग के तहत स्कूल संचालक को मांगी गई रिश्वत की रकम देने के लिए कहा गया। जिला परियोजना समन्वयक अरविंद विश्वकर्मा ने स्कूल संचालक को बिंझिया स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप पर बुलाया। जब स्कूल संचालक रिश्वत की राशि लेकर पहुंचा तो उसे समय DPC अरविंद विश्वकर्मा के साथ उनकी पत्नी आरती विश्वकर्मा भी थी। अरविंद ने स्कूल संचालक को कहा कि वह रिश्वत का लिफाफा उनकी पत्नी को दे दे। स्कूल संचालक ने जैसे ही रिश्वत की रकम से भरा लिफाफा अरविंद की पत्नी आरती को दिया, मौके पर सिविल ड्रेस में मौजूद EOW की टीम ने दोनों को पकड़ लिया।
दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। EOW ने इस मामले में अवधेश नारायण पांडे करीब ड़ेढ वर्ष से एपीसी को भी आरोपी बनाया है क्योंकि मान्यता की नवीनीकरण का काम अवधेश नारायण पांडे ही देखते हैं। रिश्वत के इस खेल में SDM सोनाली देव शामिल है या नहीं, EOW के लिए यह जांच का बिंदु हो सकता है। जांच का विषय तो यह भी है कि जब स्कूल को सील कर दिया गया था तो फिर मान्यता के बिना स्कूल की सील किसने खोली।