भोपाल, 22 सितंबर 2025 : मध्य प्रदेश के लोकायुक्त संगठन ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए बुरहानपुर जिले के नेपानगर तहसील में एक पटवारी और उसके सहयोगी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई महानिदेशक लोकायुक्त श्री योगेश देशमुख के निर्देश पर इंदौर लोकायुक्त इकाई द्वारा की गई।
पटवारी सुश्री प्रियंका ठाकुर ने नाम सुधार के लिए रिश्वत मांगी थी
शिकायतकर्ता 20 वर्षीय औंकार राठौर, पुत्र प्रीतम राठौर, जो डाबलीखुर्द ग्राम, पोस्ट अम्बादा, तहसील नेपानगर, जिला बुरहानपुर के निवासी हैं, ने बताया कि उनकी पुश्तैनी कृषि भूमि की ऋण पुस्तिका में उनका नाम नाबालिग होने के कारण पिता के नाम पर दर्ज है। नाम सुधार के लिए उन्होंने तहसील कार्यालय नेपानगर में आवेदन दिया था। इस प्रक्रिया में पटवारी सुश्री प्रियंका ठाकुर (28 वर्ष), पुत्री राजेन्द्र सिंह ठाकुर, पटवारी प.ह.नं. 24, डाबलीखुर्द, वर्तमान निवासी लक्ष्मीनगर, राममंदिर के पास बुरहानपुर (मूल निवासी म.नं. 32, प्रजापत नगर, फूटीकोठी रोड, इंदौर) और उसके सहयोगी नन्दू कोली (29 वर्ष), पुत्र भास्कर कोली, निवासी डाबलीखुर्द, ने 4,000 रुपये की रिश्वत मांगी। रिकॉर्डिंग के दौरान उन्होंने पहले ही 1,000 रुपये ले लिए थे।
पटवारी सुश्री प्रियंका ठाकुर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 तथा 61-2 BNS
औंकार ने इसकी शिकायत इंदौर लोकायुक्त कार्यालय के पुलिस अधीक्षक श्री राजेश सहाय को की। शिकायत की जांच में दोष सिद्ध होने पर आज दिनांक 22 सितंबर 2025 को ट्रैप दल का गठन किया गया। ट्रैप के दौरान सुश्री प्रियंका ठाकुर के इशारे पर नन्दू कोली को शिकायतकर्ता से शेष 3,000 रुपये रिश्वत लेते हुए मौके पर पकड़ लिया गया।
ट्रैप दल में कार्यवाहक निरीक्षक श्री आशुतोष मिठास, कार्यवाहक प्रआर श्री आशीष शुक्ला, आरक्षक श्री विजय कुमार, आरक्षक श्री आशीष नायडू, आरक्षक श्रीकृष्ण अहिरवार और महिला आरक्षक सुश्री प्रिया चौहान शामिल थे। आरोपी दंपति के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7 तथा 61(2) बीएनएस 2023 के तहत कानूनी कार्रवाई जारी है।
लोकायुक्त संगठन ने इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताते हुए अन्य अधिकारियों को चेतावनी दी है। जांच आगे जारी रहेगी। रिपोर्ट: वीरेंद्र शर्मा।