मध्य प्रदेश के प्राइवेट सेक्टर में महिला कर्मचारियों को, पुरुष कर्मचारियों की तुलना में काफी कम वेतन दिया जा रहा है। स्थिति इतनी चिंताजनक हो गई है कि, मध्य प्रदेश शासन के श्रम विभाग को एडवाइजरी जारी करनी पड़ी। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि, भारत में महिला कर्मचारियों की क्या स्थिति है और मध्य प्रदेश में महिला कर्मचारी एवं महिला मजदूरों को कितना कम वेतन और पारिश्रमिक दिया जाता है।
महिलाओं के हित में समान पारिश्रमिक अधिनियम 1976
मध्य प्रदेश शासन के श्रम विभाग ने महिला कर्मचारी एवं महिला श्रमिकों के हित में समान पारिश्रमिक अधिनियम 1976 के पालन के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसके अंतर्गत उन्हें पुरुषोें के बराबर वेतन देने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। श्रम विभाग की ओर से इस संबंध में सभी कारखानों, वाणिज्यिक, शासकीय संस्थानों तथा अन्य प्रतिष्ठानों को पत्र जारी किया गया है। इसमें साफ कहा गया है कि पुरुष और महिला कर्मचारियों, श्रमिकों को समान कार्य का समान वेतन देना अनिवार्य है। विभाग ने भर्ती प्रक्रिया में भी किसी भी प्रकार के लैंगिक भेदभाव नहीं करने की हिदायत दी है।
किसने कहा महिलाओं को कम वेतन दिया जाता है
Monster Salary Index (MSI) के अनुसार पूरे भारत में प्राइवेट सेक्टर में महिलाओं को, पुरुषों की तुलना में कम वेतन दिया जा रहा है। यह समान काम की स्थिति में है। मतलब महिला और पुरुष को एक समान काम दिया जा रहा है लेकिन उसी काम के बदले में पुरुष को अधिक और महिला को कम वेतन दिया जाता है। MSI अपने पूरे भारत में महिला और पुरुष कर्मचारियों के बीच में वेतन का औसत अंतर 27% बताया है। अर्थात महिलाओं को 27% कम वेतन दिया जा रहा है। रिपोर्ट में यह भी बताया है कि महिला और पुरुषों के वेतन में सबसे अधिक अंतर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में और सबसे कम अंतर बैंकिंग सेक्टर में है।
“Sattva Consulting” की रिपोर्ट में, भारत भर में यह देखा गया कि महिलाएँ औसतन ₹8,034 प्रति माह कमाती हैं जबकि पुरुष ₹12,048 प्रति माह। यह लगभग 33% की कमी है।
एक नेशनल सर्वे (NSO / PLFS) के डाटा से पता चलता है कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में महिला के वेतन पुरुषों के वेतन से बहुत कम हैं। उदाहरण के लिए ग्रामीण भारत में औसतन पुरुषों की दैनिक मजदूरी लगभग ₹393/दिन है जबकि महिलाओं की लगभग ₹265/दिन; शहरी इलाकों में भी इसी तरह का अंतर है।
मध्य प्रदेश के गांव में 60% और शहरों में 30% का अंतर
हेमलता शर्मा (Assistant Professor, Department of Economics, Kurukshetra University, Kurukshetra, Haryana, India) के रिसर्च पेपर "Gender Pay Gap in India: A Sectoral and Regional Analysis" के अनुसार मध्य प्रदेश में पुरुषों की तुलना में महिलाओं को वेतन एवं मजदूरी का अंतर, भारत के औसत अंतर से अधिक है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह 60% तक है जबकि शहरी क्षेत्र में 30% का औसत अंतर है। यह मध्य प्रदेश में महिलाओं की बेहद कमजोर स्थिति को प्रमाणित करता है। रिपोर्ट: सीमा सिंह।
PDF copy of the Act for Equal Pay for Equal Work
The Equal Remuneration Act, 1976 अथवा समान पारिश्रमिक अधिनियम,1976 जो दिनांक 11 फरवरी 1976 प्राप्त करने के लिए। यहां क्लिक करके Equal Remuneration Act (Download 119.17 KB)(Year 1976) Download(0.12 MB) pdf, यहां क्लिक करके Equal Remuneration Rules (Download 97.25 KB) (11.03.1976) Download(0.09 MB)pdf, यहां क्लिक करके The Central Advisory Committee on Equal Remuneration Rules, 1991 (Download 331.99 KB) Download(0.42 MB)pdf प्राप्त कर सकते हैं।
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