क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि कोई आपको प्रोफेशनल कोर्स पढ़ाए और उसकी कोई शर्त भी ना हो। Google लंबे समय से ऐसा करता आ रहा है। आज गूगल ने Grow with Google के तहत IT Support प्रोफेशनल कोर्स में नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दुनिया भर में 19 लाख से ज्यादा विद्यार्थी नामांकन कर चुके हैं। अमेरिका में लगभग 65000 डॉलर और भारत में लगभग ₹800000 सालाना कमाई बड़े आराम से कर सकते हैं। अप्लाई करने से पहले इसके बारे में और अधिक जान लेते हैं:-
IT सपोर्ट स्पेशलिस्ट क्या होता है?
सोचिए, आपके घर में या ऑफिस में जब कंप्यूटर, इंटरनेट या कोई और टेक्नीकल चीज़ काम करना बंद कर देती है, तो आप क्या करते हैं? आप किसी ऐसे को बुलाते हैं जो उसे ठीक कर दे, है ना? बस, IT सपोर्ट स्पेशलिस्ट भी वही इंसान होते हैं, लेकिन किसी कंपनी या ऑफिस के लिए उनका काम ये देखना होता है कि ऑफिस के सारे कंप्यूटर, प्रिंटर, इंटरनेट कनेक्शन और सॉफ्टवेयर (जैसे MS Office या कोई खास ऐप) ठीक से काम करते रहें। अगर कुछ भी खराब होता है, तो ये लोग उसे ठीक करते हैं।
कंपनी या ऑफिस के लिए IT सपोर्ट स्पेशलिस्ट का काम क्या होता है?
टेक्निकल चीजें ठीक करना: जब भी कोई कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर या इंटरनेट में खराबी आती है, तो उसे पहचानना और ठीक करना।
मदद करना: लोगों को सिखाना कि कोई नया सॉफ्टवेयर या गैजेट कैसे इस्तेमाल करें। उनकी समस्याओं को सुनकर उन्हें आसान भाषा में हल बताना।
चीजों को सही रखना: ये चेक करते रहना कि सारे कंप्यूटर और सिस्टम अपडेटेड रहें और ठीक से काम करते रहें।
डाटा बचाना: कंपनी के जरूरी डाटा को खराब होने से बचाना और अगर कभी खो जाए, तो उसे वापस लाने में मदद करना।
सुरक्षा: कंप्यूटर को वायरस या हैकिंग जैसी चीजों से बचाना।
IT सपोर्ट स्पेशलिस्ट के लिए एलिजिबिलिटी
टेक्नोलॉजी की जानकारी: आपको कंप्यूटर के अंदर क्या होता है (हार्डवेयर), कौन-कौन से सॉफ्टवेयर होते हैं (जैसे Windows, Mac) और इंटरनेट कैसे काम करता है, इसकी बेसिक जानकारी होनी चाहिए।
समस्या सुलझाना: अगर कोई दिक्कत आती है, तो उसे आराम से समझना और उसका हल ढूंढना आना चाहिए। दिमाग थोड़ा लॉजिकल होना चाहिए।
बातचीत करना: आप लोगों को समझा सकें कि क्या दिक्कत है और उसे कैसे ठीक करना है। लोगों की बात ध्यान से सुन सकें।
लोगों की मदद करना: आपको लोगों की मदद करने में अच्छा लगना चाहिए और आपको धैर्य रखना आना चाहिए।
टाइम मैनेज करना: एक साथ कई लोग मदद मांगने आ सकते हैं, तो आप किसे पहले ठीक करेंगे, ये समझना आना चाहिए।
IT सपोर्ट स्पेशलिस्ट कैसे बनें
डिग्री: आप कंप्यूटर साइंस या IT में ग्रेजुएशन (B.Tech/BCA) कर सकते हैं, पर हमेशा ये जरूरी नहीं है। कई बार 12वीं के बाद कोई IT का डिप्लोमा या कोर्स करके भी शुरुआत कर सकते हैं।
सर्टिफिकेट कोर्स: आजकल कई अच्छे ऑनलाइन कोर्स होते हैं जो आपको ये काम सिखाते हैं।
CompTIA A+: ये एक बहुत जाना-माना सर्टिफिकेट है जो IT सपोर्ट की बेसिक बातें सिखाता है।
Google IT Support Professional Certificate: ये गूगल का अपना कोर्स है जो आपको IT सपोर्ट की नौकरी के लिए तैयार करता है। ये बहुत प्रैक्टिकल होता है।
इसमें करियर कैसा है और कमाई कितनी हो सकती है?
अगर आप नए हैं, तो भारत में एक IT सपोर्ट स्पेशलिस्ट की शुरुआती सैलरी ₹4.5 लाख से ₹8.5 लाख प्रति वर्ष तक हो सकती है। ये शहर और कंपनी पर निर्भर करता है। बड़े शहरों (जैसे बैंगलोर, पुणे, दिल्ली NCR) में सैलरी थोड़ी ज्यादा होती है।
अनुभव के साथ कमाई:
जैसे-जैसे आपको अनुभव होता जाता है (जैसे 2-5 साल का अनुभव), आपकी सैलरी काफी बढ़ सकती है।
5 साल से ज्यादा अनुभव पर (जब आप मैनेजर या सीनियर रोल में आ जाते हैं): आप ₹8 लाख से ₹15 लाख या उससे भी ज्यादा प्रति वर्ष कमा सकते हैं।
बिज़नेस अपॉर्चुनिटी
बड़ी कंपनियों में IT Support Specialist को जॉब पर रखा जाता है परंतु छोटी कंपनियों में और छोटे शहरों के पूरे बाजार में IT Support Specialist ऑन डिमांड काम करते हैं। जिसको जवाब की जरूरत होती है, वह कॉल कर देता है। कृपया चेक करके देखिए आपके शहर में जितने भी IT Support Specialist काम कर रहे हैं, उनके पास क्या कोई सर्टिफिकेट है। आपको ध्यान में आएगा कि ज्यादातर IT Support Specialist बैचलर आफ इंजीनियरिंग करने के बाद एक मैकेनिक की तरह काम करना शुरू कर देते हैं। ऐसी स्थिति में जब आपके पास Google का सर्टिफिकेट होगा, तो मार्केट से आपको अपने आप वैल्यू मिलेगी। एक सर्टिफाइड आईटी सपोर्ट स्पेशलिस्ट होने पर आपका भी कॉन्फिडेंस हाई हो जाएगा।
Free IT Support Specialist कोर्स के लिए कैसे अप्लाई करें
Free IT Support Specialist कोर्स में नामांकन करने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। सिस्टम आपको रीडायरेक्ट करेगा और आपकी स्क्रीन पर Google IT Support प्रोफ़ेशनल सर्टिफ़िकेट्स पेज डिस्प्ले हो जाएगा। यहां आपको इंग्लिश के साथ हिंदी भाषा का विकल्प भी मिलेगा। कोर्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। कृपया अध्ययन करें और उसके बाद अप्लाई करें। लेखक: अभिषेक भारद्वाज (असिस्टेंट प्रोफेसर)।