मध्य प्रदेश के 3 जिलों में पदस्थ भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, इसके अलावा भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी, मध्य प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और मध्य प्रदेश पुलिस सेवा के अधिकारियों ने राजधानी भोपाल में सरकारी मकान पर कब्जा कर लिया है। यह सभी अधिकारी अपने पोस्टिंग वाले जिले में सरकारी बंगले में निवास करते हैं और भोपाल में भी सरकारी मकान पर कब्जा किया हुआ है।
सरकारी मकान पर कब्जा करने वाले अधिकारियों की लिस्ट
- श्री अमित सांघी: डीआईजी ग्वालियर।
- श्री सुधीर कोचर: कलेक्टर दमोह।
- श्री धरेंद्र कुमार जैन: कलेक्टर उमरिया।
- सुश्री अदिति गर्ग: कलेक्टर मंदसौर।
- श्री रत्नाकर झा: अपर आयुक्त उज्जैन।
- सुश्री श्वेता पवार: अपर कलेक्टर रायसेन।
- श्री महीप तेजस्वी: सीईओ जिला पंचायत राजगढ़।
- सुश्री निधि सिंह: अपर आयुक्त ग्वालियर नगर निगम।
- श्री उमाकांत चौधरी: डीएसपी इंदौर।
- श्री मेहताब सिंह गुर्जर: सीईओ जिला पंचायत रीवा।
पॉलीटिकल कनेक्शंस का मिसयूज करते हैं
इस मामले में टिप्पणी करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता श्री शिवम श्रीवास्तव ने बताया कि, इस प्रकार के अधिकारी अपने पलक पॉलीटिकल कनेक्शंस का मिसयूज करते हैं। अक्सर भोपाल आते जाते रहते हैं, इसलिए भोपाल में सरकारी आवास पर कब्जा बना कर रखते हैं। कुछ अधिकारी ऐसे होते हैं जो ट्रांसफर होने पर चले जाते हैं परंतु उन्हें विश्वास होता है कि सीएम समन्वय से वापस आ जाएंगे, इसलिए सरकारी आवास खाली नहीं करते। ऐसे ही लोग रिटायरमेंट के बाद भोपाल के तालाब और जंगल की जमीनों पर कब्जा करते हैं। क्योंकि कब्जा करने की इनको आदत पड़ जाती है। ✒ शैलेंद्र पटेल (सिटी रिपोर्टर)।