भारतीय राजनीति में एक बार फिर मध्य प्रदेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है। हाल ही में मध्य प्रदेश के भाजपा नेता श्री शिवराज सिंह चौहान की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख श्री मोहन भागवत से मुलाकात हुई है और आज मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, श्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने देर रात उनके घर पहुंचे, एवं उन्हें फूलों का गुलदस्ता दिया।
जल्द ही एक शुभ समाचार मिलने वाला है
जिस प्रकार Geo Politics में भारत, ठीक उसी प्रकार नेशनल पॉलिटिक्स में मध्य प्रदेश का डंका बज रहा है। मध्य प्रदेश के नेता भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ही राष्ट्रीय राजनीति के महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं, यहां तक की भोपाल के डॉक्टर शंकर दयाल शर्मा, भारत के राष्ट्रपति तक बने लेकिन भारतीय राजनीति के दो सर्वोच्च पद, "संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष और भारत का प्रधानमंत्री" अभी तक शेष है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही एक शुभ समाचार मिलने वाला है। मध्य प्रदेश में राजनीति करने वाले कार्यकर्ता स्वयं पर गर्व कर सकेंगे और प्रेरित हो सकेंगे।
मोहन ने बताया लेकिन शिवराज ने क्यों छुपाया
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, दोनों के बीच हुई मुलाकात की सूचना मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की तरफ से दी गई। उन्होंने फोटो जारी करते हुए अपने निजी X हैंडल पर लिखा "आज भोपाल निवास में माननीय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री, आदरणीय भाईसाहब श्री शिवराज सिंह चौहान जी से सौजन्य भेंट हुई।" उन्होंने श्री शिवराज सिंह चौहान को Tag भी किया परंतु शिवराज सिंह चौहान ने ना तो स्वयं इस मुलाकात की जानकारी दी और ना ही, डॉक्टर मोहन यादव की पोस्ट को अपने फॉलोवर्स के साथ शेयर किया।
शायद श्री शिवराज सिंह चौहान काफी व्यस्त हैं और मध्य प्रदेश की मीडिया को श्री शिवराज सिंह चौहान की कहानी छापने का एक और मौका मिलने वाला है।
आज भोपाल निवास में माननीय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री, आदरणीय भाईसाहब श्री शिवराज सिंह चौहान जी से सौजन्य भेंट हुई।@ChouhanShivraj pic.twitter.com/xb4PhlGJcX
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 1, 2025