भोपाल, 24 सितंबर: मध्य प्रदेश में बीजेपी नेताओं की फोटो एडिट कर सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। पुलिस ने कांग्रेस के पूर्व आईटी सेल अध्यक्ष विजेंद्र शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर खेल मंत्री विश्वास सारंग, नरेला विधानसभा से विधायक रामेश्वर शर्मा और गोविंदपुरा विधानसभा से विधायक एवं राज्य मंत्री कृष्णा गौर की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से फोटो में छेड़छाड़ कर उन्हें वायरल करने का आरोप लगाया गया है।
सांसद आलोक शर्मा ने कांग्रेस की साजिश बताया
इस गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। बीजेपी सांसद आलोक शर्मा ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी भी राजनीतिक दबाव या संरक्षण के बावजूद ऐसे आरोपियों को जेल भेजा जाएगा। उन्होंने दावा किया कि अब मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है। आलोक शर्मा ने इसे कांग्रेस की सुनियोजित साजिश करार देते हुए कहा कि भाजपा नेताओं की छवि खराब करने का यह प्रयास था। उन्होंने विजेंद्र शुक्ला के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही, जिसमें गहन पूछताछ और अन्य आवश्यक कदम शामिल हैं।
जिसने फोटो वायरल की उसको पकड़ो: पीसी शर्मा
दूसरी ओर, कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने इस गिरफ्तारी पर चिंता जताई है। उन्होंने सवाल उठाया कि पुलिस उन लोगों तक क्यों नहीं पहुंच पा रही, जिन्होंने वास्तव में फोटो एडिट की और वायरल की। पीसी शर्मा का कहना है कि विजेंद्र शुक्ला के पास ये फोटो और वीडियो कहीं और से आए थे। उन्होंने मांग की है कि क्राइम ब्रांच विजेंद्र शुक्ला के खिलाफ दर्ज मुकदमा रद्द करे और उनका जप्त मोबाइल फोन तुरंत लौटाया जाए।
मामले का मूल: यह विवाद तब शुरू हुआ जब मंत्री विश्वास सारंग, कृष्णा गौर और विधायक रामेश्वर शर्मा के स्वागत-सत्कार की तस्वीरों में छेड़छाड़ की गई। इन फोटो में एमडी ड्रग्स तस्कर यासीन अहमद उर्फ यासीन मछली के गुर्गे आशू उर्फ शाहरुख हसन की तस्वीरें जोड़ दी गईं और उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। इस घटना के बाद क्राइम ब्रांच ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। बीजेपी नेताओं का मानना है कि यह राजनीतिक साजिश का हिस्सा है और ऐसे प्रयासों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस जांच जारी है और मामले में और खुलासे होने की संभावना है। रिपोर्ट: शैलेंद्र पटेल।