एक बॉलीवुड फिल्म का डायलॉग है ना, यदि आप शिद्दत से कोई चीज चाहो तो सारी कायनात आपको उससे मिलने में जुट जाती है। 12th टॉपर छात्रा प्रियल द्विवेदी के मामले में कुछ ऐसा ही हुआ। वह एक प्राइवेट इंस्टिट्यूट में पढ़ाई करना चाहती थी परंतु फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे। जैसे ही उसने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को यह बात बताई, उन्होंने तुरंत उसकी पूरी पढ़ाई का इंतजाम कर दिया। अब प्रियल द्विवेदी अपने सपनों के इंस्टिट्यूट में पढ़ाई कर सकेगी।
MP NEWS - मुख्यमंत्री की घोषणा के साथ ही पूरा ऑडिटोरियम तालिया से गूंज उठा
दरअसल, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में टीवी 24 की ओर से 'स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप-2025' कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस प्राइवेट कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव 12वीं के टॉपर स्टूडेंट को स्कॉलरशिप का वितरण कर रहे थे। कार्यक्रम में एमपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में प्रदेश में प्रथम आने वाली शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, अमरपाटन की प्रियल द्विवेदी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को बताया कि वह आगे की पढ़ाई वेल्लोर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (वीआईटी) से करना चाहती है, लेकिन परिस्थिति के चलते यह संभव नहीं हो पा रहा है। प्रियल द्विवेदी की बात सुनकर कार्यक्रम का पूरा माहौल इमोशनल हो गया। लेकिन तभी मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घोषणा कर दी कि प्रियल की वीआईटी में पढ़ाई की व्यवस्था राज्य सरकार करेगी, और इसी के साथ पूरा ऑडिटोरियम तालिया से गूंज उठा।
सफलता के लिए संघर्ष करने वाले प्रत्येक युवा के पीछे सरकार खड़ी है
कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि, युवाओं के रोजगार और स्वर्णिम भविष्य के लिए मध्यप्रदेश सरकार पूरी गंभीरता के साथ काम कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक छात्रा के अपील करते ही उसकी आगामी शिक्षा की पूरी व्यवस्था कर दी। सीएम डॉ. यादव ने न केवल उसकी एजुकेशन की जिम्मेदारी ली, बल्कि हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया। इसी के साथ स्पष्ट किया गया कि, मध्य प्रदेश का जो भी विद्यार्थी अपनी योग्यता साबित करता है और उच्च शिक्षा के लिए जाना चाहता है, धन का अभाव उसको आगे बढ़ने से रोक नहीं सकता। सरकार उसके पीछे खड़ी है। विद्यार्थी किसी भी जाति धर्म का हो, सरकार उसकी पूरी एजुकेशन को स्पॉन्सर करेगी।
टॉपर छात्रा के साथ उसके स्कूल को भी ₹100000 मिले
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कार्यक्रम में 66 छात्राओं को सम्मानित किया। इसमें हर जिले की टॉपर छात्रा को 50 हजार रुपए तथा प्रशस्ति पत्र और प्रदेश में प्रथम आने वाली प्रियल द्विवेदी को एक लाख रुपये दिए गए। इस मौके पर प्रियल के स्कूल को भी एक लाख रुपये की राशि का चेक दिया गया। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि मेधावी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार तत्परता पूर्वक हर संभव प्रयास कर रही है। 75 फीसदी से अधिक अंक लाने और स्कूल में प्रथम आने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप और स्कूटी देने की व्यवस्था की गई है।