बीजारोपण के दौरान कई बार कुछ बीज जमीन में गहरे तक चले जाते हैं या फिर किसी बाधा के चलते पनप नहीं बातें लेकिन जब अगली बारिश आती है तो वह बीज अचानक पौधा बनता हुआ दिखाई देता है। सावन के आखिरी मंगलवार शिवपुरी जिले की राजनीति में कुछ ऐसा ही होता हुआ दिखाई दिया। पिछोर के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस पार्टी के नेता श्री केपी सिंह, ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले।
पिछोर में केपी सिंह को प्रीतम लोधी ने परेशान कर रखा है
राजनीति के सूत्र बताते हैं कि, पूर्व विधायक केपी सिंह को वर्तमान विधायक प्रीतम लोधी ने काफी परेशान कर रखा है। हाल ही में विधानसभा में मामला उठाया गया जिसमें बताया गया कि वन विभाग की 500 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया है। पावर तो चली ही गई है। अब जेसीबी आने वाली है। केपी सिंह जानते हैं कि इस मामले में ना तो श्री दिग्विजय सिंह बचा पाएंगे और ना ही श्री नरेंद्र सिंह तोमर उनकी रक्षा कर पाएंगे। डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा के पास इंजेक्शन तो है परंतु उसमें सिरिंज नहीं है। श्रीमंत महाराज साहब एकमात्र व्यक्ति हैं जो JCB से बचा सकते हैं।
ग्वालियर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा के सांसद श्री अशोक सिंह जी की माता जी का निधन हुआ। सबको पता था कि, श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के श्री अशोक सिंह जी से बड़े अच्छे संबंध है। वह श्रद्धांजलि अर्पित करने जरूर आएंगे। ऐसा ही हुआ, और केपी सिंह इसी मौके की तलाश में थे। कहीं और मिलते तो चार सवाल खड़े हो जाते हैं लेकिन अपनी ही पार्टी के नेता के घर मिले हैं। सूत्रों का कहना है कि इस मुलाकात के लिए केपी सिंह ने काफी लंबा इंतजार किया है।
केपी सिंह कोलारस जाएंगे
ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात के सिर्फ 7 घंटे बाद श्री केपी सिंह ने ऐलान किया है कि वह दिनांक 6 अगस्त को कोलारस विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करेंगे। पिछोर के नेता जो शिवपुरी से चुनाव हार चुके हैं, कांग्रेस पार्टी में किसी पद पर नहीं है। संगठन के लिए कभी काम नहीं करते। सवाल तो बनता है कि, कोलारस क्यों जाएंगे?
फ्लैशबैक:-
कांग्रेस पार्टी के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह, पिछोर के नेता श्री केपी सिंह के पॉलिटिकल गार्जियन है।
श्री केपी सिंह को राजनीति का पहलवान कहा जाता था। और चुनावी राजनीति में अपराजेय कहा जाता था।
2023 के विधानसभा चुनाव में श्री केपी सिंह राजनीति से रिटायर हो चुके भाजपा नेता श्री देवेंद्र जैन से चुनाव हार चुके हैं।