गुना के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को अपने लोकसभा क्षेत्र में बाढ़ पीड़ितों की स्थिति दिखाने के लिए गुना लेकर गए थे। लेकिन मुख्यमंत्री को उन क्षेत्रों में नहीं ले जाया गया जहां पर बाढ़ के कारण सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। इस बात से आक्रोशित हुई पब्लिक ने सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का पुतला जलाया एवं चक्का जाम किया।
जो लोग स्वागत के लिए फूल माला लेकर खड़े थे उन्हीं ने पुतला जलाया
प्रदर्शनकारी VIP कॉलोनी एवं आसपास के क्षेत्र के थे। गुना कलेक्टर की ओर से उनको सूचना दी गई थी कि मुख्यमंत्री उनके क्षेत्र में उनसे मिलने के लिए आएंगे और उसके बाद मुआवजा का ऐलान किया जाएगा। लोग भारी संख्या में वहां पर मौजूद थे लेकिन मुख्यमंत्री को उनके क्षेत्र में नहीं लाया गया। बाद में गुना के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, समय कम होने के कारण उनके कार्यक्रम को संक्षिप्त कर दिया गया था। क्योंकि उन्हें गुना के बाद शिवपुरी और ग्वालियर भी जाना था। जो लोग मुख्यमंत्री और संसद के स्वागत के लिए फूलमाला लेकर खड़े थे। जैसे ही उनको पता चला कि, श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री को लेकर शिवपुरी के लिए रवाना हो गए हैं, सभी लोग भड़क उठे।
कलेक्टर के मिस मैनेजमेंट के कारण स्थिति बिगड़ी
आक्रोशित लोगों ने सड़क पर चक्का जाम कर दिया और सांसद सिंधिया एवं सीएम मोहन यादव का पुतला जलाया गया। इस दौरान लोगों ने यह भी बताया कि, उनको स्थानीय पार्षद, नगर पालिका अध्यक्ष, उनके अपने विधायक की तरफ से भी कोई मदद नहीं मिली। कलेक्टर ने बिना कोई सूचना दिए उनके क्षेत्र में अचानक पानी छोड़ दिया। इसके कारण वाटर लेवल और ज्यादा बढ़ गया। लोगों का करोड़ों रुपए मूल्य का सामान बाढ़ के पानी में बह गया है। वह अपनी परेशानी बताना चाहते थे परंतु गुना कलेक्टर के मिस मैनेजमेंट के कारण स्थिति बिगड़ गई।
अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई होगी, सरकार है आपके साथ: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि अतिवृष्टि/बाढ़ से जनता को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। कोई चिंता न करें, सरकार आपके साथ है। प्रत्येक प्रभावित परिवार का सर्वे कराकर क्षतिपूर्ति की जाए। सरकार द्वारा ‘डीबीटी प्रणाली’ के माध्यम से सहायता राशि सीधे प्रभावितों के खातों में पहुंचाई जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोमवार को गुना में बाढ़/अति वर्षा प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान यह बात कही। पटेल नगर में घर-घर जाकर प्रभावित नागरिकों से संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनीं। न्यू टेकरी रोड स्थित पवन कॉलोनी पहुँचकर वर्षा से प्रभावित परिवारों से भेंट कर हालात जाने।
गुना में बारिश नहीं 32 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गत दिनों हुई भारी वर्षा ने जिले में 32 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ा है, जिससे अभूतपूर्व स्थिति निर्मित हुई। इस चुनौती का प्रशासन ने तत्परता एवं समन्वय के साथ सामना किया। गुना न्यू सिटी कॉलोनी की एक बुजुर्ग महिला सहित 170 नागरिकों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया। विभिन्न जलाशयों में जलस्तर बढ़ने से राहत कार्यों की गति तेज की गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि एनडीआरएफ की 70 सदस्यीय टीम द्वारा सघन बचाव कार्य किए गए। विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं एवं प्रशासनिक अमले ने मिलकर भोजन पैकेट वितरण, अस्थायी आश्रय स्थल की स्थापना तथा आवश्यक सामग्री वितरण जैसे राहत कार्य किए।
मुख्यमंत्री ने कलेक्टर और विधायक को निर्देश दिए
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आने वाले दिनों में और भी वर्षा संभावित है, इसलिए प्रशासन पूर्ण सतर्कता बरते। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की यह जिम्मेदारी है कि वे हर परिस्थिति में जनता के साथ खड़े रहें।मुख्यमंत्री ने डॉ. यादव प्रभावित नागरिकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि शासन हर हाल में उनके साथ है, किसी भी प्रकार की कठिनाई में उन्हें अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।