मध्य प्रदेश के कटनी जिले में हुई एक महिला की गोली मारकर हत्या के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए आरोपी के तार पिछले वर्ष हुई एक अन्य हत्या से भी जुड़े थे। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है। इस खुलासे ने सभी को आश्चर्य में डाल दिया है, क्योंकि आरोपी संस्कृत वेद शाला से पढ़कर कथावाचक के रूप में जाना जाता था और दो जिलों में गोलीकांड की दो अलग-अलग वारदातों में शामिल रहा। उसकी छवि क्षेत्र में पुजारी के रूप में थी।
जबलपुर में 5 दिसंबर 2024 को हुई थी मल्खे चक्रवर्ती की हत्या
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 5 दिसंबर 2024 को जबलपुर जिले के खितौला थाना क्षेत्रांतर्गत सकरी मोहल्ला में मल्खे चक्रवर्ती (उम्र 47 वर्ष, निवासी वार्ड नंबर 17, बाईपास खितौला) की रात में पेट में गोली मारकर अज्ञात आरोपी द्वारा हत्या कर दी गई थी। इस मामले में धारा 103(1), 55, 61(2) बी.एन.एस. के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की गई थी। जबलपुर पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय के निर्देश पर आरोपी की तलाश और गिरफ्तारी के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) आनंद कलादगी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सूर्यकांत शर्मा और एस.डी.ओ.पी. सिहोरा पारूल शर्मा के मार्गदर्शन में खितौला थाना प्रभारी और क्राइम ब्रांच प्रभारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई थी।
पुलिस ने ऐसे उजागर किया रहस्य
खितौला थाना की गठित टीम ने घटना के बाद लगातार सघन जांच की और अज्ञात आरोपी की तलाश के लिए आसपास के मोहल्लों, पड़ोसियों और आदतन अपराधियों से पूछताछ की। मृतक और पड़ोसियों के संबंधों की जानकारी एकत्र की गई, जिससे पता चला कि पड़ोसी लल्लू उर्फ लालू चक्रवर्ती से मृतक का दुकानदारी को लेकर अक्सर विवाद होता था। इस आधार पर पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य संकलित किए और उनका अध्ययन करने के बाद लल्लू उर्फ लालू चक्रवर्ती को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
दुकानदार ने बताया कि उसने कथा वाचक को हत्या की सुपारी दी थी
पूछताछ में खुलासा हुआ कि पिछले साल मल्खे चक्रवर्ती और लालू के भाई चंदन चक्रवर्ती के बीच विवाद और चाकूबाजी की घटना हुई थी, जिसका मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है। मल्खे चक्रवर्ती, लालू की दुकान पर ग्राहकों से गाली-गलौच करता था, जिससे लालू को व्यापार में नुकसान हो रहा था। इस मनमुटाव के कारण लालू ने मल्खे को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इसके लिए उसने खितौला निवासी शैलेंद्र पांडेय (सकरी मोहल्ला, फाटक के पास) से संपर्क किया और 50 हजार रुपये में मल्खे की हत्या की सुपारी दी।
जबलपुर पुलिस के पास एविडेंस के नाम पर सिर्फ मोबाइल और सिम कार्ड
इस अंधे हत्याकांड में आरोपियों ने योजना के तहत घटना वाले दिन रेकी की। रात में जब मल्खे चक्रवर्ती की दुकान पर कोई नहीं था, लालू ने इसकी सूचना कथावाचक शैलेंद्र पांडेय को दी। शैलेंद्र ने मौके पर पहुंचकर मल्खे की गोली मारकर हत्या कर दी और घर के पीछे के रास्ते से फरार हो गया। लालू की निशानदेही पर पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर उसे विधिवत गिरफ्तार किया। दूसरा आरोपी शैलेंद्र पांडेय वर्तमान में कटनी जेल में बंद है, जहां उसने शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को नीतू जायसवाल (52 वर्ष) की घर में अकेले रहने के दौरान गोली मारकर हत्या और लूट की वारदात को अंजाम दिया था।
कथा वाचक को ट्रांजिट रिमांड पर लेंगे
जबलपुर पुलिस का कहना है कि, इस मामले में माननीय न्यायालय से अनुमति लेकर शैलेंद्र से आगे पूछताछ की जाएगी। शैलेंद्र अपने मोहल्ले और क्षेत्र में कथावाचक और तंत्र-मंत्र के लिए जाना जाता था। पूजा-पाठ की आड़ में सुपारी लेकर हत्या करने के उसके कारनामों का भी खुलासा हुआ है।
इन्वेस्टिगेशन टीम
खितौला थाना अंतर्गत हुई इस अंधी हत्या का खुलासा करने और आरोपी को पकड़ने में थाना प्रभारी खितौला अर्चना जाट, थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच शैलेश मिश्रा के निर्देशन में उपनिरीक्षक चंद्रकांत झा, सहायक उपनिरीक्षक मोहन तिवारी, प्रधान आरक्षक हितेंद्र रावत, मोहन सिंह, अमित पटेल, आरक्षक पंकज सिंह और रितेश ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।