Sibi Chakkravarthy M IAS को मंगलवार की देर शाम मुख्यमंत्री की टीम से बाहर कर दिया गया। उनके पास मध्य प्रदेश भवन विकास निगम के प्रबंध संचालक पद का अतिरिक्त प्रभार था। अब उन्हें इसी पद पर पदस्थ कर दिया गया है। सीएम मोहन यादव हाल ही में अपनी दुबई यात्रा से वापस लौटे हैं।
Sibi Chakkravarthy M IAS: कैबिनेट मीटिंग के बाद सीएम सचिवालय से हटाया
भारतीय प्रशासनिक सेवा 2008 बैच के अधिकारी श्री सिबि चक्रवर्ती एम. को इसी साल जनवरी के महीने में भारत यादव के स्थान पर मुख्यमंत्री सचिवालय में सचिव के पद पर नियुक्त किया गया था। चक्रवर्ती के स्थान पर अभी कोई नई नियुक्ति नहीं की गई है। इस आधार पर माना जा रहा है कि, चक्रवर्ती को हटाने का फैसला अचानक लिया गया है। वैसे यह भी माना जा सकता है कि, आज भोपाल स्थित मंत्रालय में हुई मध्य प्रदेश सरकार मंत्री परिषद की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है कि मंत्री परिषद की बैठक में, श्री सिबि चक्रवर्ती एम. आईएएस से संबंधित कोई विषय आया हो।
सिबि चक्रवर्ती आईएएस अधिकारी से जुड़े विवाद
- राजनीति में सिबि चक्रवर्ती की रुचि प्रारंभ से ही रही है। 2016 में जब वह नरसिंहपुर के कलेक्टर थे तब उन्होंने तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता को विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बधाई दी थी। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी का ऐसा पॉलिटिकल इंटरेस्ट हमेशा आपत्तिजनक माना जाता है।
- जयललिता को बधाई के मामले में उन्हें कारण बताओं नोटिस भी दिया गया था। इसके बाद भी उन्होंने पॉलिटिकल कमेंट करना बंद नहीं किया। इसके बाद मध्य प्रदेश की पॉलिटिक्स को लेकर कमेंट किया। तत्कालीन गृहमंत्री श्री भूपेंद्र सिंह उनके कमेंट को आपत्तिजनक बताया और उन्हें जबलपुर कलेक्टर के पद से हटा दिया गया।
- जब उनको नरसिंहपुर से ट्रांसफर किया गया तो उन्होंने अपने समर्थन में प्रदर्शन करवाया और पब्लिक का प्रेशर बनाकर अपना ट्रांसफर निरस्त करवाने की कोशिश की। मध्य प्रदेश में आईएएस अधिकारी द्वारा इस प्रकार की नेतागिरी किया जाना स्वीकार नहीं किया जाता है।