मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने खिवनी अभ्यारण्य क्षेत्र में वन विभाग के अधिकारियों द्वारा बारिश के मौसम में अतिक्रमण के नाम पर 50 से अधिक आदिवासी परिवारों के कच्चे मकान तोड़ने की कार्रवाई को अनुचित बताते हुए जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह को तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना होने का आदेश दिया है और अन्याय करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तथा पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
देवास के खिवनी अभ्यारण्य में वन विभाग वालों ने क्या किया था
देवास जिले के खिवनी अभ्यारण्य में वन विभाग ने 23 जून को आदिवासियों के 50 से अधिक कच्चे मकानों को अतिक्रमण बताकर जेसीबी से तोड़ दिया था। बारिश के दौरान की गई इस कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। 27 जून को खातेगांव में आदिवासी नेता रामदेव काकोड़िया और कांग्रेस नेता राहुल इनानिया की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन हुआ। इसमें 10 से अधिक जिलों के 5 हजार आदिवासी शामिल हुए। पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया भी आंदोलन में शामिल हुए थे।
सभी पीड़ितों को पक्के घर बना कर दिए जाएंगे
एडीएम बिहारी सिंह ने प्रभावित लोगों को राहत का आश्वासन दिया है। उन्होंने टीन शेड, सड़क-पुलिया निर्माण, मुआवजा और प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने की घोषणा की है। कार्रवाई में शामिल वन विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई का भी आश्वासन दिया गया है।
वर्षाकाल में लोगों को परेशान करने वाली कार्रवाई नहीं करें: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देवास के खिवनी अभ्यारण्य क्षेत्र में वन विभाग के अमले द्वारा की गई कार्यवाही के संबंध में जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह को खिवनी पहुंचकर स्थिति का जायजा लेने और प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने निर्देशित किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वन विभाग को भी निर्देश दिए गए है कि ऐसी कोई कार्यवाही नहीं करें, जिससे वर्षाकाल में लोगों को परेशानी हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को मुख्यमंत्री निवास से जारी संदेश में सरकार की स्थिति को स्पष्ट किया।