साइबर ठग अब साधारण लोगों को ठगने के लिए doctors' profiles का दुरुपयोग कर रहे हैं। बीते दो दिनों में भोपाल के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह और दंत रोग विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. अंशुल राय की fake social media IDs बनाकर लोगों से पैसे माँगने के मामले सामने आए हैं। इस संबंध में AIIMS Bhopal ने मंगलवार को एक alert जारी कर लोगों से ऐसी cyber fraud गतिविधियों से सावधान रहने की अपील की थी।
डॉ. अंशुल राय की fake ID बुधवार सुबह 10 बजे से सक्रिय हुई। इस ID में उनकी मूल profile photo और cover image का उपयोग किया गया है, जिससे यह पहली नजर में उनकी असली ID जैसी लगती है। हालांकि, fraudster ने fake ID में पुरानी तस्वीरें छोड़ दीं, जो असली और नकली profile को पहचानने में मददगार हो सकती हैं।
अब तक 5 डॉक्टरों की fake IDs बनीं
जानकारी के अनुसार, मंगलवार और बुधवार के बीच AIIMS Bhopal के 5 fake IDs बनाई गई हैं। इनमें से 3 fake Facebook IDs निदेशक की और 2 डॉ. अंशुल राय की हैं। इन IDs से लोगों को friend requests भेजी जा रही हैं, फिर विभिन्न बहानों से money demands की जा रही हैं। पैसे न देने या सवाल उठाने पर fraudster अभद्र भाषा का उपयोग करता है और कुछ देर बाद ID को delete कर नई fake ID बना लेता है।
प्रबंधन ने जारी किया alert
AIIMS Bhopal ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि cybercrime तेजी से बढ़ रहा है, खासकर social media fraud के जरिए। असामाजिक तत्व fake social media profiles बनाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं और उनसे पैसे माँग रहे हैं। AIIMS के निदेशक की बार-बार fake IDs बनाई जा रही हैं।
डॉ. सिंह ने कहा कि cyber security अब केवल तकनीकी समस्या नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। लोग social media पर किसी भी संदिग्ध profile से सतर्क रहें और बिना पूरी जाँच-पड़ताल के कोई financial transaction न करें। Cybercriminals न केवल पैसे, बल्कि भावनात्मक और सामाजिक रिश्तों का भी दुरुपयोग कर रहे हैं। किसी भी profile पर तब तक भरोसा न करें, जब तक उसकी सत्यता की पुष्टि न हो जाए।