BHOPAL में भिखारियों की न्यूनतम वार्षिक आय 5 लाख, रिश्वत भी देते हैं, भिक्षावृत्ति ही फैमिली प्रोफेशन

यह आंकड़े किसी को भी सोचने पर मजबूर कर देंगे परंतु इन आंकड़ों के साथ संलग्न एक और सच सरकारी सिस्टम के प्रति कई लोगों की अंतिम उम्मीद भी तोड़ देगा। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भिखारियों की न्यूनतम औसत वार्षिक आय ₹500000 है। कई भिखारी ऐसे हैं जिनका पूरा परिवार भीख मांगता है। वह इसमें खुश है और यदि कोई सरकारी अधिकारी उनके कल्याण की सरकारी योजना लेकर आता है तो उसे रिश्वत देकर वापस भेज देते हैं। 

BHOPAL में भिखारियों की GDP

उपरोक्त एवं इस समाचार में दी जाने वाली तमाम जानकारी सरकारी सूत्र से प्राप्त हुई है। सरकार ने कुछ कर्मचारियों को भिक्षावृत्ति रोकथाम, सामाजिक कल्याण एवं पुनर्वास के लिए भिखारियों का सर्वे करने और उन्हें पुनर्वास के लिए शिफ्ट करने भेजा था। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार भोपाल में टोटल 8000 से ज्यादा धार्मिक स्थल है परंतु 18 धार्मिक स्थल ऐसी हैं जहां पर सबसे ज्यादा भिखारी पाए जाते हैं, क्योंकि यहां पर प्रत्येक भिखारी को एक दिन में कम से कम ₹2000 मिल जाते हैं। कुछ भिखारी प्राइम लोकेशन पर बैठते हैं और टैलेंटेड है। इसलिए उनकी कमाई खास दिनों में ₹5000 से भी अधिक हो जाती है। इन 18 धार्मिक स्थलों में मिलने वाले भिखारी की वार्षिक न्यूनतम आय 7.50 लाख रुपए है। यह इनकम परिवार की एक व्यक्ति की है। यहां कई ऐसे परिवार हैं जिसमें सदस्यों की संख्या 7 से अधिक है। यदि एक व्यक्ति न्यूनतम ₹500000 कमाता है तो यहां रहने वाले सात सदस्यों वाले भिखारी का एक परिवार साल का 35 लाख रुपए कमाता है। 

पुनर्वास नहीं चाहिए, रिश्वत देकर लौटा दिया

बड़े मंदिरों की प्राइम लोकेशन पर बैठे भिखारियों ने सरकारी अधिकारियों को स्पष्ट रूप से बताया कि वह इस स्थान पर भीख मांगते हुए बड़े संतुष्ट हैं। उन्हें सरकार की ओर से कोई पुनर्वास नहीं चाहिए। उन्होंने बताया कि यहां किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है। दोनों समय पौष्टिक भोजन मिल जाता है। कुछ भिखारी, इस प्रकार की पूछताछ को देखते हुए अपना स्थान छोड़कर अन्यत्र चले गए। भिखारियों ने सरकारी कर्मचारियों को ऑफर दिया कि वह अपनी रिपोर्ट में बताएंगे यहां पर भिखारियों की संख्या बहुत कम है और 4-5 लोगों को पुनर्वास के नाम पर अपने साथ ले जाएं। 2-3 दिन बाद वह वापस आ जाएंगे। 

जब हमने पूछा कि क्या उसे सरकारी कर्मचारी ने भिखारियों से रिश्वत ली। तो हमारे सूत्र में कोई उत्तर नहीं दिया। विनम्र अनुरोध 🙏 कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। भोपाल के महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में Bhopal पर क्लिक करें।
Tags

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!