मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के वन क्षेत्र में स्थित कालिया स्रोत नदी (कलियासोत नदी) के किनारे टाइगर के फुटप्रिंट मिले हैं। यह फुटप्रिंट सामान्य से छोटे हैं। यानी जंगल के युवराज (बाघ के शावक) नदी के आसपास घूम रहे हैं। बताने की जरूरत नहीं कि उनकी सुरक्षा के लिए मादा टाइगर भी होगी। इसलिए सावधान रहें क्योंकि कलियासोत नदी के किनारे भोपाल शहर के बहुत सारे प्रेमी युगल समय बिताने जाते हैं। कहीं ऐसा ना हो कि कोई किसी हादसे का शिकार हो जाएं।
चंदनपुरा रोड ब्लॉक करना जरूरी है
वन विभाग के रेंजर लखनलाल इंगले ने बताया कि फुटप्रिंट किसके हैं, यह मिलान कर रहे हैं। वहीं, छोटे फुटप्रिंट पहले से मौजूद शावकों के है या फिर वे नए हैं, उस बारे में भी पता लगा रहे हैं। रात में मूवमेंट था, लेकिन बाद में वे चंदनपुरा जंगल की ओर चले गए। आज सुबह भी सर्चिंग की गई है। वन विभाग की टीम लगातार नजर रखे हुए हैं। बाघ मित्र राशिद नूर ने बताया कि चंदनपुरा की सड़क को बंद करना बहुत जरूरी है। यदि शावक नए हैं तो टाइगर-इंसान के बीच टकराव की स्थिति भी बन सकती है।
टाइगर के इलाके में लोग टहलने जाते हैं
बाघ मित्र नूर का कहना है कि 2 महीने से लगातार बाघ मूवमेंट चंदनपुरा में बना हुआ है। सुबह-शाम को यहां लोग टहलने जाते हैं। इसे रोकना भी जरूरी है। ताकि, रायसेन जैसी घटना न हो। जिला प्रशासन को भी इसे गंभीरता से लेते हुए लोगों के पैदल आने-जाने पर रोक लगाना चाहिए।
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