मध्य प्रदेश के सागर जिले में पुलिस अधीक्षक ने इंटरनल इन्वेस्टिगेशन के बाद कार्यवाहक निरीक्षक अजय प्रताप सिंह थाना प्रभारी सिविल लाइन, एसआई केएस ठाकुर, एएसआई रेखा सिंह, आरक्षक लखन यादव और प्रिंस जोशी थाना सिविल लाइन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। जांच में पाया गया कि एक एक्सीडेंट के मामले में इन्होंने एक्सीडेंट करने वाले वाहन को पकड़ा और फिर छोड़ दिया और उसकी जगह किसी दूसरे वाहन को जप्त कर लिया।
एक्सीडेंट में 17 साल की युवक की मृत्यु हो गई थी
एसपी ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 6 फरवरी 2024 की रात सिविल लाइन थाना क्षेत्र में डीजे बंधे बगैर नंबर के कमांडर वाहन के चालक ने वाहन को लापरवाही पूर्वक चलाते हुए बाइक को टक्कर मारी थी। घटना में बाइक सवार 17 वर्षीय शंकर आदिवासी की मृत्यु हो गई थी। इस घटनाक्रम के संबंध में थाना सिविल लाइन में धारा 304ए के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था।
एक्सीडेंट वाले वाहन को पकड़ कर छोड़ दिया
उक्त घटना में शामिल बगैर नंबर की गाड़ी को बरामद कर थाने लाया गया लेकिन बाद में घटना घटित करने वाले वास्तविक वाहन के स्थान पर अन्य पीले रंग के वाहन को जब्त कर सुपुर्दनामा की कार्रवाई की गई। मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक को लगी। एसपी ने मामले की जांच करते हुए एक्शन लिया।
जारी निलंबन आदेश में इस प्रकरण के घटनाक्रम में वास्तविक वाहन के स्थान पर अन्य वाहन की जब्ती व सुपुर्दगी कराने में प्रथम दृष्टया कदारण परिलक्षित होने के परिणाम स्वरूप कार्यवाहक निरीक्षक अजय प्रताप सिंह थाना प्रभारी सिविल लाइन, एसआई केएस ठाकुर, एएसआई रेखा सिंह, आरक्षक लखन यादव और प्रिंस जोशी थाना सिविल लाइन को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। इन सभी को रक्षित केंद्र संबद्ध किया गया है। निलंबित पुलिसकर्मियों को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा। वे रक्षित केंद्र की प्रत्येक गणना व परेड में उपस्थित होंगे।