मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा आयोजित दसवीं हाई स्कूल एवं 12वीं हायर सेकेंडरी स्कूल वार्षिक परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया में कुछ परिवर्तन किए गए हैं। सबसे खास बात यह है कि इस बार हर उत्तर का माइक्रो मूल्यांकन होगा। जितना उत्तर सही होगा उतने नंबर मिल जाएंगे।
मध्य प्रदेश बोर्ड परीक्षा - जितना उत्तर लिखेंगे उतने नंबर मिलेंगे
मध्य प्रदेश बोर्ड का सेकेंडरी एजुकेशन भोपाल के सूत्रों ने बताया कि इस बार मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को एक आदर्श उत्तर कुंजी प्रदान की जाएगी। इसी के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा। इस बार सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तन यह है कि, विद्यार्थी ने जितना उत्तर सही लिखा है उसे उसके हिसाब से अंक प्राप्त हो जाएंगे। उदाहरण के लिए 10 नंबर के प्रश्न के उत्तर में कुल आठ बिंदु होने चाहिए लेकिन विद्यार्थी ने केवल चार बिंदुओं का उल्लेख किया है तो उसे पांच नंबर मिलेंगे। उसका उत्तर गलत बात कर उसे जीरो नंबर नहीं दिया जा सकता।
नकल करने वाले टॉप नहीं कर पाएंगे
इस बार निर्धारित किया गया है कि टॉपर्स की उत्तर पुस्तिका दोबारा चेक की जाएगी। मेरिटोरियस स्टूडेंट्स की कॉपी की जांच फिर से की जाएगी। पिछले कुछ सालों में, भारत में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां टॉप करने वाले विद्यार्थियों के पास उनके विषय से संबंधित सामान्य प्रश्नों के उत्तर भी नहीं थे। टीवी चैनलों के कैमरे के सामने ऐसे कई टॉप करने वाले विद्यार्थी ट्रैप हुए हैं।
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